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Islam Me Ek Se Jyada Khawind Kyu Nahi Rakh Sakte Hai? (Part last)

Islam Me Ek Se Jyada Shauhar Rakhne Ki Ijazat Kyu Nahi Hai?
सवाल एक से ज्यादा शौहर रखने की इजाज़त क्यो नही
सवाल: अगर किसी मर्द को एक से ज्यादा बीवी रखने की इजाजत है तो इसका क्या कारण है कि इस्लाम औरत को एक से ज़्यादा पति रखने की इजाज़त नहीं देता?
तशरीह (व्याख्या)।
लेखक ने काफ़ी अच्छी दलीलों से बात को समझाने की कोशिश की है लेकिन यह सवाल बहुत अहम है, ख़ास तौर पर भारत के पसमंज़र (बैकग्राउण्ड) में जहाँ मौजूद हिन्दू धर्म की धार्मिक किताब 'महाभारत' में एक समय में द्रौपदी के पाँच पतियों (पाण्डवों) का हवाला मिलता है।
क्या एक से ज्यादा पति होना औरत के , लिये बेहतर है?
इसका जवाब आपको उस घटना से मिल जाता है कि एक पति अपने भाइयों की साझा पत्नी को जुए में हार जाता है और दूसरे भाई एक बेचारी औरत की बेइज्जती को रोक नहीं पाते।
यह एक कड़वी हक़ीक़त है कि मर्द अपनी व्यक्तिगत सम्पत्ति के प्रति जितने जागरूक होते हैं, उतने ज़िम्मेदार (कर्तव्यनिष्ठ) अपने परिवार या कम्पनी की साझा सम्पत्ति के प्रति नहीं होते।

मशहूर राजस्थानी कहावत है, 'घणामामा रो भाणजो भूखां मरे' *यानी जिस भाँजे के ज्यादा मामा हों वो अपने ननिहाल में अक्सर भूखा ही रहता है। यह एक जाँचा-परखा सच है कि एक आदमी अपनी बीवी की तमामतर ज़िम्मेदारियों को तरीके से निभा लेता है। यह भी देखा गया है कि अगर किसी आदमी के एक से ज्यादा जाइज बीवियाँ हों, तो भी वो उनके प्रति अपना फ़र्ज़ निभाता है। लेकिन इसके विपरीत अगर किसी औरत के सम्बंध एक से ज्यादा मर्दो से हों तो वो औरत ज़रूरत के वक्त सहारे के लिये तरस जाती है।
इस्लाम ने औरत को एक से ज्यादा शादी करने की इजाजत नहीं दी है तो यह औरत पर अत्याचार नहीं है बल्कि यह औरत के लिये बेहतर ही है। आइये
हम इस बारे में कुछ विस्तार से चर्चा करें।
(1). कुरआन में अल्लाह तआला का इर्शाद है, *उसकी निशानियों में से यह है कि उसने तुम्हारे लिये तुम्हीं में से बीवियां पैदा कीं, ताकि तुम उनसे सुकून हासिल करो और तुम्हारे बीच मुहब्बत के रिश्ते और रहमत पैदा की। बेशक इसमें गौरव फिक्र करने वालों के लिये बहुत सी निशानियां हैं।
(अर्रूमः 21)
मर्द के लिये बीवी सुकून का जरिया है। आदमी अपनी बीवी से सुकून तभी हासिल कर सकता है जब वो बीवी सिर्फ उसी के लिये हो। अगर बीवी के एक से ज्यादा पति हों तो कोई भी पति वक्ते-ज़रूरत उस औरत से सुकून हासिल नहीं कर सकता।
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