Islam Kaise Aman wala Deen Ho Sakta Hai? (Part 04)
सवाल : इस्लाम को शान्ति का धर्म कैसे कहा जा सकता है जबकि यह तलवार से फैला है?
12. सन् 1934 से 1984 ई. तक दुनिया के धर्मों में बढ़ोतरी रीडर्सडाइजेस्ट के एक लेख अलमेनेक, वार्षिक पुस्तक 1986 ई. में दुनिया के सभी बड़े धर्मों में तक़रीबन 50 वर्षों 1934 से 1984 ई. के बीच में हुई प्रतिशत वृद्धि का आकलन किया गया था।
यह लेख प्लेन टूथ (Plain truth) नाम की पत्रिका में प्रकाशित हुआ था जिसमें इस्लाम को सर्वश्रेष्ठस्थान दिया गया जिसकी बढ़ोतरी 235% थी और ईसाइयत में मात्र 47% की वृद्धि हुई थी। यहाँ सवाल उठता है कि इस सदी में कौनसा युद्ध हुआ जिसने लाखों लोगों का धर्म परिवर्तन करके उन्हें इस्लाम में दाखिल किया।
13. अमेरिका और यूरोप में इस्लाम सबसे ज़्यादा फैल रहा है। आज अमेरिका में सबसे तेज़ रफ्तार से फैलने वाला धर्म इस्लाम ही है और यूरोप में भी यही धर्म सबसे तेज़ी से फैल रहा है। कौनसी तलवार पश्चिम को इतनी बड़ी तादाद में इस्लाम कुबूल करने पर मजबूर कर रही है? ।
तशरीह (व्याख्या)
इस्लाम के मुखालिफ़ (विरोधी) लोगों का यह एक पुराना हथकण्डा है, वे इल्ज़ाम लगाते हैं कि मुस्लिमों ने तलवार की ताक़त के ज़ोर पर अपने दीन को दुनिया में तेज़ी से फैलाया। हालांकि लेखक ने अपनी दलीलों से बेहद असरदार अन्दाज़ में बात को समझाया है। लेकिन किसी के मन में थोड़ी-बहुत भी ग़लतफ़हमी हो तो उसे दूर करना हर मुस्लिम की ज़िम्मेदारी है।
उसके बाद उसका मामला अल्लाह के हवाले है। दीन के मामले में कोई ज़बरदस्ती नहीं इस्लामैं, अल्लाह का पसंदीदा दीन है। मुस्लिम वही शख़्स हो सकता है जो अल्लाह के अहकाम (आदेशों) की पाबन्दी करे।अल्लाह ने अपनी किताब कुरआन में कहीं पर भी यह हुक्म नाज़िल नहीं किया कि अल्लाह के दीन को मानने वाले लोग गैर मुस्लिमों को ज़बरदस्ती मुस्लिम बनाएं।
जब अल्लाह ने दीन के मामले में जबरदस्ती करने का हुक्म नाज़िल नहीं किया तो फिर कोई मुस्लिम अपनी मर्जी से तलवार या ताक़त का इस्तेमाल दीन को फैलाने के लिये कैसे कर सकता है, क्योंकि दीन जिसका है वो तो ताक़त के ज़रिये इस्लाम को मनवाने का हुक्म नहीं देता।
TO BE CONTINUE Insha'Allah
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