Kya Quran Me Gair Muslim (Hindu) ko Qatal Karne ko Kaha Gya hai Ya Log Apni Taraf Se Nayi Batein Izaad Karte Hai?
*कुछ अज्ञानी लोग क़ुरान की अधूरी आयत को लोगों के सामने पेश करके झूठ फैलाने का काम कर रहे है उनका काम समाज मे ये झूठ फैलाना है कि क़ुरान काफिरों को मारने का हुक़्म देता है यहाँ ये लोग काफिर का हिन्दू के नाम से संबोधन करते है इसके लिए वो क़ुरान की कुछ आयत को पेश करते है जो कि अधूरी बात के साथ पेश करते है जैसे कोई ये कहे कि "कौन कहता है मैं भारत के संविधान को नहीं मानता" इसमें से ये हटा देना " कौन कहता है "और ये कहना कि फलां कह रहा है मैं भारत के संविधान को नहीं मानता, ऐसे ही नफरतों से भरे लोग झूठ फैलाने के लिए ऐसी आयत खोजते है जिससे अमन पसंद लोगों के दिलों में नफरत डाली जा सकते अगर आप क़ुरान पढ़ेंगे तो आप पाएंगे पूरे क़ुरान में हिन्दू नाम का कोई शब्द है ही नहीं जबकि काफिर का मतलब होता है कि अल्लाह के वजूद से इनकार करने वाला और कोई मुस्लिम भी अल्लाह के वजूद से इनकार करता है तो वो भी काफिर ही गिना जाएगा*
ये लोग सुरह तौबा की आयत नं 5 पेश करते है " फिर जब हुरमत वाले महीने गुज़ार जाए तो तुम मुशरीक़ीन को जहाँ पाओ कत्ल कर दो और उन्हें पकड़ लो और नमाज़ क़ायम करे और ज़कात दे तो उनकी राह छोड़ दो बेशक़ अल्लाह बहुत बख्शने वाला निहायत रहम करने वाला है ।*
*ये आयत उस दौर के मशरीको के लिए थी जिन्होंने समझौते के खिलाफ काम किया था और काफी मुसलमानों का कत्ल कर दिया था लेकिन इसी आयत के बाद अल्लाह ने फरमाया की अगर उनमें से कोई आपसे पनाह मांगे तो उनको पनाह दे यहाँ तक कि वह अल्लाह का कलाम सुन ले फिर उसे उसकी अमन की जगह पहुँचा दे इसलिए कि बेशक़ वह ऐसे लोग है जो इल्म नही रखते सुरह तौबा आयत नं 6.
*और अल्लाह क़ुरान की सुरह अनफाल आयत नं 61 में फरमाता है कि अगर वह सुलह की तरफ झुके तो आप भी उसकी तरफ झुक जाए और अल्लाह पर भरोसा रखें बेशक़ वही खूब सुनने वाला खूब जानने वाला है ।
*इसी तरह अल्लाह क़ुरान में फरमाता है सुरह मायदा आयत नं 32 में की जिसने किसी इंसान का कत्ल किया तो उसने तमाम लोगों का कत्ल कर दिया और जिसने किसी की जान बचाई उसने तमाम लोगों की जान बचाई*
*बहरहाल किसी गैर मुस्लिम भाई को क़ुरान की किसी आयत के बारे में जानना है तो वो बेझिझक किसी क़ुरान के जानने वाले से बात करे वो कभी आपको मना नही करेगा
आगे जारी रहेगा इंशा अल्लाह... अबाबील
Agar ek musalman dusre musalman ka katal karta hain to uske liye bakshish ka zariya hain ya nahi
ReplyDeletehttps://findmrf.blogspot.com/2019/03/kisi-momeen-ka-qatel-karna-kaisa-hai.html
Deletehttps://findmrf.blogspot.com/2018/04/allah-ke-raste-me-qatel-hona.html
yaha Se Aap PAdh Sakte HAi.
https://findmrf.blogspot.com/2019/01/salam-karne-ki-fazilat-aur-ahmiyat.html
Nhi h
DeleteKatal karna kisi ka haq nahi chahe o hindu ho ya musalman
DeleteNice Post. MASHA Allah
ReplyDelete