. *हमारा और*
*अइम्मा अर्बा का मनहज*
❈ *बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम* ❈
*JP🖌__________________________*
*पोस्ट 1⃣3⃣*
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2⃣0⃣ *किसी मसअले का इल्म ना होतो*
*"मैं नहीं जानता" कहना*
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*अलहैसम बिन जमील रहिमहुल्लाह फरमाते हैं*
जब इमाम मालिक से 48 सवालात पूछे गए तो मैं ने देखा की आप ने 32 सवालों के जवाब में कहाः मैं नहीं जानता।
*(सियरु आलामिन्नुब्ला 8/77)📚*
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*इब्ने वहब रहिमहुल्लाह फरमाते हैं*
अगर मैं चाहूं तो एक दफ्तर इमाम मालिक के इस कौ़ल *"ला अदरी"* (मैं नहीं जानता) से भर सकता हूं।
*(सियरु आलामिन्नुब्ला 8/108)📚*
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2⃣1⃣ *ग़लती क़बूल करना और*
*उस से रूजू करना*
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*अबूहनीफा रहिमहुल्लाह ने अबू यूसुफ रहिमहुल्लाह से फरमायाः*
याकूब तेरा बुरा हो जो कुछ भी मुझसे सुने ना लिख लिया कर इस लिए की आज मेरी राय होती है तो कल बदल जाती है और कल एक राय होती तो परसों बदल जाती है।
*(इब्नु आबिदीन फी हाशियतहि अलल बहरि राइक 6/293)📚*
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*इमाम अश शाफई रहिमहुल्लाह फरमाते हैं*
हर वो मसअला जिस में मैंने सुन्नत के खिलाफ कहा है मैं इस से अपनी जिन्दगी में और अपनी मौत के बाद भी रूजू करता हूं।
*(अल खती़ब "अल फकीह वल मुतफक़्किह") में रिवायत किया है।*
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*इल्म हासिल करना हर एक मुसलमान मर्द-और-औरत पर फर्ज़ हैं*