Qyamat Ki Sabse Bari Nishani Dajjal Ka Duniya Me Kadem Rakhna.
हजरत हुजैफा बिन ओसैदرضي الله عنه बयान करते है कि जब हम लोग आपस मे एक मजलिस में बात कर रहे थे कि रसूल ﷺ हमारे बीच तशरीफ़ लाये और पूछा क्या बात है ! लोगो ने कहा ! हम लोग क़ियामत का ज़िक्र कर रहे थे तो आप ﷺ ने फरमाया की कियामत से से पहले 10 निशानियां देखोगे !
1-धुँवा, 2-दज्जाल का निकलना, 3-अजीब व गरीब जानवर, 4-सूरज का पश्चिम से निकलना, 5-ईसा इब्ने मरयम का उतरना, 7-8-9- तीन जगह धसाया जाना, पूरब में पश्चिम में और तीसरा के दीप में और आखिर में एक आग रौशन होगी जो सबको उसके ठिकाने तक ढकेल देगी !
📕मुस्लिम !
दज्जाल दजल से बना है जिसके माने ढाक लेने के है ! इस झूठे का नाम दज्जाल इसलिए पड़ा है कि यह अपने फरेब से हक़ को बातिल से ढाक देगा इसीलिए उरफ़े आम में फरेबी और मक्कार को दज्जाल कहा जाता है ! 📕फतहुलबारी:13/67 !
मसीह नाम क्यो पड़ा ? इमाम नव्वी फरमाते है-
1-मसीह नाम इस लिए पड़ा कि उसकी एक आँख सपाट होगी यानी मसह की होगी !
2-दज्जाल काना होगा और काने शख्स को मसीह कहा जाता है !
3-मसीह इसलिए भी कहा जाता है कि वह पूरे ज़मीन का चक्कर लगाएगा !
📕शरह मुस्लिम:2/234 !
पहले कौल की ताईद हजरत अनस رضي الله عنه की हदीस से होती है , नबीये अकरम ﷺ ने फरमाया "दज्जाल की दाहिनी आंख पोछी हुई होगी.
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