Balatkar Karne Walo ki Kya Sza Honi chahiye?
सवाल: इस्लाम औरतों को पर्दे में रख कर उनका अपमान क्यों करता है?
बलात्कारियों के लिये मौत की सज़ा :
इस्लामी क़ानून में बलात्कारियों की सज़ा मौत है। बहुत से लोग इसे निर्दयता कहकर इस सज़ा पर ताज्जुब जताते हैं। कुछ का तो कहना है कि इस्लाम एक जंगली धर्म है।
मैंने एक सरल सा सवाल गैर-मुस्लिमों से किया कि अल्लाह न करे कि कोई आप की माँ या बहन के साथ बलात्कार करता है और आप को जज बना दिया जाए और बलात्कारी को आपके सामने लाया जाए तो उस दोषी को आप कौनसी सज़ा सुनाएंगे?
मुझे हर एक से एक ही जवाब मिला कि उसे सज़ा-ए-मौत दी जाएगी। कुछ ने कहा कि वह उसे तकलीफदे-देकर मारने की सजा सुनाएंगे। मेरा अगला सवाल था कि यदि कोई आपकी माँ, बीवी अथवा बहन के साथ बलात्कार करता है तो उसे आप मृत्युदण्ड देना चाहते हैं परंतु यही घटना किसी दूसरे की माँ, बीवी या बहन के साथ होती है तो आप कहते हैं कि मृत्युदण्ड देना जंगलीपन है।
इस स्थिति में यह दोहरा मापदंड क्यों है? औरत का रुतबा बढ़ाने का पश्चिमी समाज का दावा झूठा औरतों की आज़ादी का एक पश्चिमी दावा ढोंग है, जिसके सहारे वे उनके शरीर का शोषण करते हैं और उनके मान-सम्मान से महरूम रखते हैं । पश्चिमी समाज दावा करता है कि उसने औरतों को ऊपर उठाया।
इसके विपरीत उन्होंने उनको रखैल और समाज की तितलियों का स्थान दिया है, जो केवल जिस्मफरोशियों और काम-इच्छुक के हाथों का एक खिलौना हैं, जो कला और संस्कृति के रंग-बिरंगे पर्दे के पीछे छुपे हुए हैं।
TO BE CONTINUE Insha'Allah wayOfJannah Institute
बलात्कारियों के लिये मौत की सज़ा :
इस्लामी क़ानून में बलात्कारियों की सज़ा मौत है। बहुत से लोग इसे निर्दयता कहकर इस सज़ा पर ताज्जुब जताते हैं। कुछ का तो कहना है कि इस्लाम एक जंगली धर्म है।
मैंने एक सरल सा सवाल गैर-मुस्लिमों से किया कि अल्लाह न करे कि कोई आप की माँ या बहन के साथ बलात्कार करता है और आप को जज बना दिया जाए और बलात्कारी को आपके सामने लाया जाए तो उस दोषी को आप कौनसी सज़ा सुनाएंगे?
मुझे हर एक से एक ही जवाब मिला कि उसे सज़ा-ए-मौत दी जाएगी। कुछ ने कहा कि वह उसे तकलीफदे-देकर मारने की सजा सुनाएंगे। मेरा अगला सवाल था कि यदि कोई आपकी माँ, बीवी अथवा बहन के साथ बलात्कार करता है तो उसे आप मृत्युदण्ड देना चाहते हैं परंतु यही घटना किसी दूसरे की माँ, बीवी या बहन के साथ होती है तो आप कहते हैं कि मृत्युदण्ड देना जंगलीपन है।
इस स्थिति में यह दोहरा मापदंड क्यों है? औरत का रुतबा बढ़ाने का पश्चिमी समाज का दावा झूठा औरतों की आज़ादी का एक पश्चिमी दावा ढोंग है, जिसके सहारे वे उनके शरीर का शोषण करते हैं और उनके मान-सम्मान से महरूम रखते हैं । पश्चिमी समाज दावा करता है कि उसने औरतों को ऊपर उठाया।
इसके विपरीत उन्होंने उनको रखैल और समाज की तितलियों का स्थान दिया है, जो केवल जिस्मफरोशियों और काम-इच्छुक के हाथों का एक खिलौना हैं, जो कला और संस्कृति के रंग-बिरंगे पर्दे के पीछे छुपे हुए हैं।
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