Hm Isliye Aprill Fool Nahi Mnate Ke?
मैं अप्रैल फ़ूल नहीं मनाता क्योंकि:
मैं एक सच्चा और अच्छा मुसलमान हूं।
मैं झूठ नहीं बोलता और नाहक़ मज़ाक़ नहीं करता।
मैं धोखा नहीं देता और विश्वासघात नहीं करता।
मैं सदमा नहीं देता और घबराहट में नहीं डालता।
मैं परेशान नहीं करता और नुक़सान नहीं पहुंचाता।
मैं दुर्घटना घटने की वजह नहीं बनता।
मैं ग़ैरों की नक़्क़ाली नहीं करता।
मैं ग़ैर शरई रस्मों और ग़ैर अख़लाक़ी हरकतों से इंजुआए नहीं करता।
میں اپریل فول نہیں مناتا کیونکہ:
میں ایک سچا اور اچھا مسلمان ہوں۔
میں جھوٹ نہیں بولتا اور ناحق مذاق نہیں کرتا۔
میں دھوکہ نہیں دیتا اور اور خیانت نہیں کرتا۔
میں گھبراہٹ طاری نہیں کرتا اور صدمے میں نہیں ڈالتا۔
میں پریشان نہیں کرتا اور نقصان نہیں پہنچاتا۔
میں افسوسناک حادثات رونما ہونے کی وجہ نہیں بنتا۔
میں غیر مسلم قوم کی نقالی اور مشابہت اختیار نہیں کرتا۔
میں غیر شرعی رسموں اور غیر اخلاقی حرکتوں سے لطف اندوز نہیں ہوتا۔
मुस्लिम नौजवानों !
तुम्हारा रब सच्चा
तुम्हारे नबी सच्चे
तुम्हारा दीन सच्चा
तो तुम कैसे झूठ बोल सकते हो ?
तुम कैसे अप्रैल फ़ूल मना सकते हो ?
مسلم نوجوانو!
تمہارا رب سچا
تمہارے نبی سچے
تمہارا دین سچا
تو تم کیسے جھوٹ بول سکتے ہو؟
تم کیسے اپریل فول منا سکتے ہو؟
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