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Quran Majeed Tarjuma Hindi (Para 25)

Logo ki Jab Khawahishen Puri hoti jati hai to wah Ise apna Paidaishi Haque Samajhte hai.
Quran Majeed Tarjuma in Hindi Para 25
पारा – 25, ख़ुलासा क़ुरआन

क़ुरआन-ए-मजीद का पैग़ामे अमल
डॉ. मुहिउद्दीन ग़ाज़ी

हर हाल में
अल्लाह के शुक्रगुज़ार बनकर रहो।

अल्लाह जिस हाल में रखे,
राज़ी और मुत्मइन (संतुष्ट) रहो।
नाशुक्रे लोगों का हाल यह होता है कि
हमेशा ख़ुशहाली चाहते हैं,
अगर कभी तंगी से दो-चार हो जाएँ, तो मायूस हो जाते हैं।

अल्लाह ख़ुशहाली से नवाज़ता है
तो समझते हैं कि यह उनका पैदाइशी हक़ था।

फिर
इस धोखे में रहते हैं कि
मरने के बाद उठाए गए
तो उस वक़्त भी वे ख़ुशहाल ही रहेंगे।

अल्लाह
ख़ुशहाल कर देता है
तो उससे मुँह मोड़ लेते हैं
और मुसीबत आ जाती है
तो उससे लंबी-लंबी दुआएँ करने लगते हैं।

अल्लाह ने
तुम्हें उस दीन से नवाज़ा है
जो सारे नबियों का दीन रहा है,
इस दीन पर क़ायम रहो
और इसे लेकर टोलियों में न बंट जाओ।

इसी दीन की तरफ़
लोगों को बुलाओ
और इसी दीन पर ख़ुद भी जमे रहो।

अल्लाह की किताब पर ईमान रखो
और लोगों के दरमियान
सही बात की वज़ाहत करो।

फ़िज़ूल बहस करने वालों से न उलझो
और अपनी जद्दोजहद की रफ़्तार
तेज़ से तेज़ तर कर दो।

दानाई (अक़्लमंदी) यह है कि
आख़िरत में
अच्छी फ़सल काटने के लिए
दुनिया में अच्छी खेती करो।

आख़िरत की खेती चाहोगे
तो अल्लाह तुम्हारी खेती में बरकत देगा
और दुनिया की खेती चाहोगे
तो दुनिया में चाहें कुछ मिल जाए,
लेकिन आख़िरत में कुछ नहीं मिलेगा।

अल्लाह
अपने बंदों की तौबा क़बूल करता है
और बुराइयों से दरगुज़र करता है
और तुम्हारी एक-एक नक़ल व हरकत (गतिविधि) को जनता है।

अल्लाह की पुकार पर लब्बैक कहो,
ईमान लाओ
और अच्छे काम करो।
अल्लाह तुम्हें बहुत नवाज़ेगा।

यहाँ तुम्हें जो कुछ मिला है
वह आरज़ी (अस्थायी)
और फ़ानी (ख़त्म होने वाला) है।
जो अल्लाह के यहाँ मिलने वाला है
वह उससे बेहतर
और हमेशा बाक़ी रहने वाला है।
यह उन लोगों को मिलेगा
जो ईमान पर क़ायम रहें,
अपने रब पर भरोसा रखें,
गुनाहों
और बेहयाई के कामों से दूर रहें,
ग़ुस्सा आए तो माफ़ कर दें,
हर काम में
अपने रब की मर्ज़ी को सामने रखें,
नमाज़ का एहतिमाम करें,
आपस के मामले मशवरे से तय करें,
अल्लाह के दिये हुए माल में से ख़र्च करें
और उन पर
कोई ज़ुल्म करे
तो वह अपने रास्ते पर डटे रहें।

कोई तुम्हें तकलीफ़ पहुंचाए
तो बस उतनी ही तकलीफ़ उसे पहुँचा सकते हो
जितनी उसने पहुँचाई है,
मगर जो माफ़ कर दे
और इस्लाहे हाल (सुधार) की कोशिश करे
वह अल्लाह के यहाँ अज्र का हक़दार होगा।

जो ज़ुल्म का जवाब दे
वह क़ाबिले मलामत (निंदनीय) नहीं है।
क़ाबिले मलामत (निंदनीय) तो वे लोग हैं
जो लोगों पर ज़ुल्म करते हैं
और ज़मीन में फ़साद फैलाते हैं।

याद रखो
अल्लाह ज़ालिमों को सख़्त नापसंद करता है
और ज़ालिमों के लिए
दर्दनाक अज़ाब है।

जो सब्र करे
और माफ़ी का तरीक़ा अपनाए
तो यह बड़े हौसले का काम है।

अल्लाह ने
तुम्हारे रहने-सहने के लिए
ज़मीन में ज़बरदस्त इंतिज़ामात किए हैं
और इन्हीं इंतिज़ामात में
आने वाली ज़िन्दगी की निशानियाँ भी रख दी हैं।

तुम अल्लाह की नेमतों को याद करो
और उसकी हम्द व तसबीह (महिमागान) करो,
यह बात कभी न भूलो कि
तुम्हें अल्लाह की तरफ़ पलट कर जाना है।

अल्लाह ने
दुनिया में दौलत की तक़सीम इस हिकमत से की है कि
ज़िन्दगी का कारोबार चलता रहे।
इस तक़सीम से
किसी धोखे का शिकार न हो जाओ।

यह तक़सीम
तुम्हारे रब ने ख़ुद की है
और बस चंद दिनों की ज़िन्दगी के लिए है।

असल चीज़ तो
तुम्हारे रब की रहमत है,
जो दुनिया के सारे ख़ज़ानों से बेहतर है,
अगर आख़िरत में अल्लाह की रहमत चाहते हो
तो अल्लाह की नाराज़गी से बचने की कोशिश करो।

अल्लाह को याद करते रहो।
अगर अल्लाह की याद से ग़ाफ़िल हुए
तो तुम पर शैतान मुसल्लत हो जाएंगे,
वे तुम्हें सही रास्ते से भटका देंगे
और तुम ज़िन्दगी भर
इसी धोखे में रहोगे कि
तुम सही रास्ते पर चल रहे हो।

शैतान को दोस्त न बनाओ,
उसकी दोस्ती बड़ी ख़तरनाक है,
उसकी दोस्ती पर पछताओगे।

मुख़ालिफ़त का तूफ़ान
कितना ही शदीद (सख़्त) हो,
तुम अल्लाह कि किताब को
मज़बूती से थामे रहो,
यक़ीन रखो
तुम सीधे रास्ते पर हो।
इस किताब से
ख़ुद भी नसीहत हासिल करो
और दूसरों को भी नसीहत करते रहो।

यह कभी न भूलो कि
अल्लाह के यहाँ
इसके बारे में तुम सब से पूछा जायेगा।

बुरे कामों से नफरत करो।
जो क़ौमें
बुराइयों में मुब्तिला हो जाती हैं
शैतान के लिए
उन्हें बेवकूफ़ बनाना आसान हो जाता है।

फ़िरऔन की क़ौम
बुराइयों में डूबी हुई थी
और फ़िरऔन ने
इन्हें आसानी से बेवक़ूफ़ बना लिया
और वे सब
फ़िरऔन के पीछे चल पड़े।
उन्होंने अल्लाह को नाराज़ किया
तो अल्लाह ने
उन सबको ग़र्क़ कर दिया
और बाद में आने वालों के लिए
सामान ए इबरत बना दिया।

अल्लाह की नाराज़गी से बचो।
जो लोग ग़फ़लत का शिकार हैं
उन्हें अपना दोस्त न बनाओ।
अल्लाह की आयतों पर ईमान लाओ,
और अल्लाह के फ़रमाँबरदार बन जाओ।

जन्नत तुम्हारा इंतिज़ार कर रही है।
ऐसी जन्नत का वारिस बनना है
तो अच्छे काम करो,
जिनसे तुम्हारा रब ख़ुश हो जाए।

क़ुरआन ऐसी किताब है
जिसमें ज़िन्दगी के लिए
हर तरह की रहनुमाई (मार्गदर्शन) मौजूद है।
इसे एक बा'बरकत रात में उतारा गया है।
यह तुम्हारे रब की ख़ास रहमत है।

इस किताब पर ईमान ले अाओ।
इस किताब से
अगर तुमने नसीहत हासिल नहीं की
तो पछताओगे।

आसमान व ज़मीन
अल्लाह ने बेमक़सद नहीं पैदा किए हैं।
ये अपनी तमाम निशानियों के साथ
आख़िरत की ख़बर दे रहे हैं।
आख़िरत के अज़ाब से बचने की तैयारी करो,
तुम्हारी आज की शान व शौकत
उस दिन कुछ काम नहीं आएगी।

अल्लाह ने
क़ुरआन को आसान किताब बनाया है,
इससे फ़ायदा उठाना
सबके लिए आसान है।
इससे नसीहत हासिल करो
और अल्लाह की नाराज़गी से बचते हुए ज़िन्दगी गुज़ारो।

आख़िरत की ज़िन्दगी
खुशियों की ज़िन्दगी होगी।

अल्लाह ने तो
समंदर को भी
तुम्हारी ख़िदमत पर लगाया हुआ है।
उसकी नेमतों का लुत्फ़ उठाओ
और उसका शुक्र अदा करो।

अल्लाह ने
आसमान व ज़मीन की तमाम चीज़ों को तुम्हारी ख़िदमत में लगा दिया है,
उसकी निशानियों पर ग़ौर करो।

ईमान पर क़ायम रहो
और उन लोगों से दरगुज़र करो
जो अल्लाह के अज़ाब से नहीं डरते।

बनी इस्राईल से सबक़ हासिल करो।
अल्लाह ने उन्हें किताब दी,
हिकमत दी,
नबूवत दी,
रौशन बातें बताईं
और फ़िर सारे इन्सानों पर फ़ज़ीलत भी बख़्शी
लेकिन
इल्म रहते हुए भी
सिर्फ़ आपस की ज़िद
और हठधर्मी की वजह से
वे हक़ बात के मुख़ालिफ़ हो गए।

अल्लाह ने
तुम्हें भी ज़िन्दगी गुज़ारने का तरीक़ा दिया है,
इसे इख़्तियार करो
और किसी बे'इल्म की ख़्वाहिशों के पीछे न चलो।

याद रखो
अल्लाह उनका दोस्त बनता है
जो अल्लाह की नाराज़गी से बचते हैं।

बुरे काम करने वाले
उन लोगों की तरह नहीं हो सकते
जो ईमान लाये
और अच्छे काम करते रहे।

आसमान व ज़मीन
और उनके बीच की सारी चीज़ों को
बे'मक़सद न समझो।
इन का एक मक़सद यह भी है कि
सारे इन्सानों का इम्तिहान हो,
हर किसी को
उसकी कमाई का बदला दिया जाए।

ऐसे लोगों को देखकर
सबक़ हासिल करो
जिन्होंने अपने मनपसंद माबूद (उपास्य) बना रखे हैं।

इल्म रखते हुए भी
ये गुमराही में पड़े हुए हैं,
उनके कान सुनते नहीं,
उनके दिल सोचते नहीं
और उनकी आँखों पर पर्दा पड़ा हुआ है।
उन्होंने हिदायत के सब दरवाज़े अपने ऊपर बंद कर लिए हैं।

ईमान पर क़ायम रहो
और अच्छे काम करो,
ज़बरदस्त कामयाबी तुम्हारा इंतिज़ार कर रही है।

जो लोग
बुराइयों में मुलव्विस (लिप्त) हैं
और जो अल्लाह की आयतों का मज़ाक़ बनाते हैं,
और जो
अपने रब की मुलाक़ात को भूले हुए हैं
और
जो दुनिया के धोखे में मुब्तिला हैं,
इन सबका ठिकाना जहन्नम है।

अल्लाह की हम्द बयान करो
और उसकी बड़ाई का चर्चा करो।
वह आसमानों का भी रब है
और ज़मीन का भी रब है
और सारे इन्सानों का रब है।

अनुवाद : तय्यब अहमद

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