Musalmano ka Muahada Ek hoga.
Quraish aur Ansar ke bich Hue wade.
Islamic Madad ka wada Ansar aur Muhajiron ke bich.
أَعـــــــــــــــــــــــوذ بالله من الشيطان الرجيم.
بســــــــــــــــــــــــــــــــــــم الله الرحمن الرحيم.
Quraish aur Ansar ke bich Hue wade.
Islamic Madad ka wada Ansar aur Muhajiron ke bich.
أَعـــــــــــــــــــــــوذ بالله من الشيطان الرجيم.
بســــــــــــــــــــــــــــــــــــم الله الرحمن الرحيم.
Wednesday, June. 24, 2020._
पार्ट-265 सीरत ए नबी ﷺ
पहला मरहला-★
इस्लामी सहयोग का क़रार-2
पहला मरहला-★
इस्लामी सहयोग का क़रार-2
8.* _अल्लाह का जिम्मा (वचन) एक होगा और एक मामूली आदमी का दिया हुआ ज़िम्मा भी सारे मुसलमानों पर लागू होगा !
9.* _जो यहूदी हमारी पैरवी करने लगें, उनकी मदद की जाएगी और वे दूसरे मुसलमानों जैसे होंगे ! न उन पर जुल्म किया जाएगा और न उनके खिलाफ़ सहयोग किया जाएगा !_
10.* _मुसलमानों का समझौता एक होगा ! कोई मुसलमान किसी
मुसलमान को छोड़कर अल्लाह के रास्ते में हो रहे युद्ध के सिलसिले में सुलह नहीं करेगा, बल्कि सबके सब बराबरी और न्याय के आधार पर कोई कौल व करार करेंगे !_
मुसलमान को छोड़कर अल्लाह के रास्ते में हो रहे युद्ध के सिलसिले में सुलह नहीं करेगा, बल्कि सबके सब बराबरी और न्याय के आधार पर कोई कौल व करार करेंगे !_
11.* _मुसलमान उस खून में एक दूसरे के बराबर होंगे, जिसे कोई अल्लाह के रास्ते मे बहाएगा !_
12.* _कोई मुश्रिक कुरैश की किसी जान या माल को पनाह नहीं दे सकता और न किसी मोमिन के आगे उसकी हिफ़ाज़त के लिए रुकावट बन सकता है !_
13.* _जो आदमी किसी ईमान वाले को क़त्ल करेगा और सबूत मौजूद होगा, उससे क़सास (बदला) लिया जाएगा, सिवाए इस शक्ल के कि मक्तूल का वली राज़ी हो जाए !_
14.* _यह कि सारे ईमान वाले उसके ख़िलाफ़ होंगे ! इनके लिए इसके सिवा कुछ हलाल न होगा कि उसके ख़िलाफ़ उठ खड़े हों !_
15.* _किसी ईमान वाले के लिए हलाल न होगा कि किसी हंगामा बरपा करने वाले (या बिदअती) की मदद करे और उसे पनाह दे और जो उसकी मदद करेगा या उसे पनाह देगा, उस पर क़ियामत के दिन अल्लाह की लानत और उसका ग़ज़ब होगा और उसका फ़र्ज और नफ़्ल कुछ भी कुबूल न किया जाएगा !_
16.* _तुम्हारे बीच जो भी मतभेद पैदा होगा, उसे अल्लाह और मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की ओर पलटाया जाएगा !_
इब्ने हिशाम 1/502-503 !
NEXT
ان شـــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــاء الـــلـــه.
جـــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــزاکـم الــلــه خـــیـرا.
جـــــــــــــــــــــــــــــــــــــــــزاکـم الــلــه خـــیـرا.
No comments:
Post a Comment