PUBG game me ab Shirk dakhil ho chuka hai.
Musalmano ko PUBG game kyu nahi khelna chahiye?
Musalmano ko PUBG game kyu nahi khelna chahiye?
پَبجِی گیم(PUBG) میں شرک داخل ہوچکا ہے
استاد محترم فقیہ مدینہ
شیخ #سلیمان_الرحیلی حفظہ اللہ لکھتے ہیں:
شیخ #سلیمان_الرحیلی حفظہ اللہ لکھتے ہیں:
تقریبا ۹ مہینے پہلے مجھ سے پَبجِی گیم (PUBG) کے متعلق پوچھا گیا تھا تو میں نے اس کی حرمت کا فتوی دیا تھا اور یہ بیان کیا تھا کہ یہ بہت سی برائیوں کا ذریعہ ہے . پھر مجھے اسکے نئے اپڈیٹ ورزن کے متعلق پتہ چلا جس میں بُتوں کی تعظیم کی جاتی ہے اور یہ بُت نفع کے بھی مالک ہیں .
نیز اس میں یہ بھی ہے کہ جو ان بُتوں کی تعظیم کرےگا وہ طاقتور اسلحہ حاصل کرسکےگا!
یہ تو ظلم عظیم اور شرک اکبر ہے.
لہذا ہر مسلمان پر واجب ہے کہ وہ اس گیم سے بچ کر رہے اور اپنے آل و اولاد کو بھی اس سے روکے رکھے.
نیز اس میں یہ بھی ہے کہ جو ان بُتوں کی تعظیم کرےگا وہ طاقتور اسلحہ حاصل کرسکےگا!
یہ تو ظلم عظیم اور شرک اکبر ہے.
لہذا ہر مسلمان پر واجب ہے کہ وہ اس گیم سے بچ کر رہے اور اپنے آل و اولاد کو بھی اس سے روکے رکھے.
#رحیلیات
ترجمہ : عبداللہ عبدالرشید سلفی
جامعہ اسلامیہ مدینہ منورہ
ترجمہ : عبداللہ عبدالرشید سلفی
جامعہ اسلامیہ مدینہ منورہ
*PUBG GAME*
नौ माह से ज़्यादा अर्से से मुझसे पब जी गेम के मुताल्लिक पूछा जाता रहा और मैंने इसके हराम होने का फतवा भी दिया और यह भी बतलाया कि यह बहुत सारी ख़राबियों का सबब है, फिर मुझे इसके आखिरी अपडेट के बारे में मालूम हुआ जिसमें बुतों की ताज़ीम पाई जाती है और जो कोई उनकी इस खेल में ताज़ीम करता है वह ताकतवर हथियार हासिल करता है और यही सबसे बड़ा कुफ्रो शिर्क है लेहाज़ा हर मुस्लमान पर वाजिब है कि वह खुद भी इस खेल से बचे और अपनी औलाद को भी इससे रोके
~शैख़ सुलैमान रुहैली (डाक्टर सुलैमान रुहैली मस्जिदे नबवी और जामिया इस्लामिया और उसमे फतवा कमेटी के प्रोफेसर हैँ, मस्जिदे कुबा के इमामो खतीब हैँ)
जिस तरीके से अब पब्जी सर चढ़ कर बोल रहा है अब जबरन रोकने की ज़रूरत है, वक़्त के साथ साथ अक़ीदा भी तबाह हो जायेगा.
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नौ माह से ज़्यादा अर्से से मुझसे पब जी गेम के मुताल्लिक पूछा जाता रहा और मैंने इसके हराम होने का फतवा भी दिया और यह भी बतलाया कि यह बहुत सारी ख़राबियों का सबब है, फिर मुझे इसके आखिरी अपडेट के बारे में मालूम हुआ जिसमें बुतों की ताज़ीम पाई जाती है और जो कोई उनकी इस खेल में ताज़ीम करता है वह ताकतवर हथियार हासिल करता है और यही सबसे बड़ा कुफ्रो शिर्क है लेहाज़ा हर मुस्लमान पर वाजिब है कि वह खुद भी इस खेल से बचे और अपनी औलाद को भी इससे रोके
~शैख़ सुलैमान रुहैली (डाक्टर सुलैमान रुहैली मस्जिदे नबवी और जामिया इस्लामिया और उसमे फतवा कमेटी के प्रोफेसर हैँ, मस्जिदे कुबा के इमामो खतीब हैँ)
जिस तरीके से अब पब्जी सर चढ़ कर बोल रहा है अब जबरन रोकने की ज़रूरत है, वक़्त के साथ साथ अक़ीदा भी तबाह हो जायेगा.
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