Islam me Ek Mard Chaar Shadi Kar Sakta hai To Ek Aurat Chaar Shadi Kyu Nahi Kar Sakti?
सवाल एक से ज्यादा शौहर रखने की इजाज़त क्यो नही? (Part 01)
सवाल: अगर किसी मर्द को एक से ज्यादा बीवी रखने की इजाजत है तो इसका क्या कारण है कि इस्लाम औरत को एक से ज़्यादा पति रखने की इजाज़त नहीं देता???
जवाब: कुछ लोग, जिनमें मुस्लिम भी शामिल हैं, इस बात पर सवाल उठाते हैं कि इस्लाम मर्दो को तो कई बीवियाँ रखने की छूट देता है जबकि यह अधिकार औरतों को नहीं देता।।
सबसे पहले मैं यह बात पूरे यक़ीन के साथ बता देना चाहता हूँ कि इस्लामी समाज न्याय और समानता पर आधारित है। अल्लाह ने औरत और मर्द को समान रूप से बनाया है।
लेकिन उन्हें अलग-अलग तरह की इस्तिताअत (क्षमता) और जिम्मेदारियाँ दे रखी हैं। औरत व मर्द मानसिक एवं शारीरिक रूप से अलग हैं, उनकी भमिका और जिम्मेदारियाँ अलग-अलग हैं और औरत और मर्द दोनों (इन्सान होने के नाते) इस्लाम में समान हैं परन्तु वे एक जैसे (Indentical) नहीं हैं।
कुरआन की सूरः निसा अध्याय 4, आयत नं. 22 से 24 में उन औरतों की लिस्ट दी गई है जिनसे आप शादी नहीं कर सकते हैं और सूरः निसा अध्याय 4, आयत 24 में वर्णित है कि पहले से शादीशुदा औरतों से शादी करना हराम (वर्जित) है।।
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