Hood Alaihe Salam Ke Qaum Par Jab Allah ki Azaab Hua.
﷽
कुरआन की इनसाइक्लोपीडिया
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Quran encyclopedia |
भाग-25 तारीख़:01/07/2019
अल -अहक़ाफ़
अहक़ाफ़ 'हिक़्फ़' का बहुवचन है, जिसका अर्थ है बालू के बड़े बड़े टीले ! क़ुरआन में 'अहक़ाफ़' नाम की एक सूरा है ! इसमें कुल 35 आयते है ! इस सूरा की इक्कीसवीं आयत में 'अहक़ाफ़' का वर्णन है-
याद करो आद के भाई (हूद) को जब उसने अपनी जातिवालों को अहक़ाफ़ में सचेत किया, जब कि उससे पहले तथा उसके पश्चात भी सचेत करने वाले गुज़र चुके है ! वह यह कि अल्लाह के अतिरिक्त किसी और कि इबादत (उपासना) न करो, मुझे तुम्हारे संबंध में एक बड़े दिन की यातना का भय है !_ (सूरा-46,अल-अहक़ाफ़,आयत-21)
यह अहक़ाफ़ से अभिप्राय वह बहुत बड़ा मरुस्थलीय स्थान है जो सऊदी अरब के दक्षिण में पाया जाता है ! जिसको 'रूबअ खाली' कहा जाता है ! कभी यहां आद नाम की बहुत बड़ी जाती आबाद थी, जिसके कुछ चिन्ह आज भी हजरमौत नामक स्थान में पाए जाते है ! इस जाति की ओर हूद (अलैहिस्सलाम) को नबी बनाकर भेजा गया ! परंतु उन्होंने उनकी बात न मानी जिसके कारण बहुत भयंकर तूफान के द्वारा उनको नष्ट कर दिया गया, जैसा कि कुरआन में आया है-: आद (के वृतांत) में भी (शिक्षाप्रद निशानियां) है जब हमने उन पर उजाड़ देने वाली आंधी भेजी ! वह जिससे भी गुजराती उसको चुरा-चुरा कर देती !(सूरा,51, अज़ ज़ारियात आयत-41,42)
आगे.
* यह दर्स शुद्ध हिंदी में है कही अगर मुझसे गलती हो जाये तो हमारा इस्लाह करे !
निवेदन (गुज़ारिश) इस दर्स में कोई फेर-बदल न करे क्योकि अल्लाह आपके हर हरकत को देख रहा है
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* यह दर्स शुद्ध हिंदी में है कही अगर मुझसे गलती हो जाये तो हमारा इस्लाह करे !
निवेदन (गुज़ारिश) इस दर्स में कोई फेर-बदल न करे क्योकि अल्लाह आपके हर हरकत को देख रहा है
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