Kya Islam beksoor Logo Ka Khoon Bahane ko kahta Hai?
Islam And Terrorist in the Light Of Quran-O-Sunnat
#क्या इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा देता है?
सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम भाइयो से अपील है कि इस पोस्ट को ज़रूर पढ़े ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है जो आपको दी जा रही है
नोट यह पोस्ट किसी को नीचा दिखाने या किसी का अपमान करने के लिए नही है ।
पार्ट नंबर 26
इस्लाम और आतंक पवित्र कुरान से आइये जानते हैं
इस्लाम में किसी निर्दोष की हत्या की इजाज़त नहीं है। ऐसा करने वाले की एक ही सज़ा है, खून के बदले खून लेकिन यह सज़ा केवल क़ातिल को ही मिलनी चाहिए और इसमें ज़्यादती मना है। इसे ही तो कहते हैं। सच्चा इंसाफ़। देखिए नीचे दिया गया अल्लाह का यह आदेश :
और जिस जानदार का मारना खुदा ने हराम किया है, उसे क़त्ल न करना मगर जायज़ तौर पर (यानी शरीअत के फ़तवे [आदेश के मुताबिक़) और जो शख्स जुल्म से क़त्ल किया जाए, हमने उसके वारिस को इख़्तियार दिया है (कि ज़ालिम क़ातिल से बदला ले) तो उसको चाहिए कि क़त्ल (के क़िसास) बदला लेने में ज़्यादती न करे।(कुरआन, सूरा- 17, आयत- 33)
इस्लाम देश में हिंसा (फ़साद) करने की इजाज़त नहीं देता। देखिए...
पोस्ट आगे जारी है......✍✍✍
HAMARI DUAA⬇⬇⬇
*इस पोस्ट को हमारे सभी गैर मुस्लिम भाइयो ओर दोस्तो की इस्लाह ओर आपसी भाईचारे के लिए शेयर करे ताकि हमारे भाइयो को जो गलतफहमियां है उनको दूर किया जा सके अल्लाह आपको जज़ाये खैर दे आमीन।
WAY OF JANNAH INSTITUTE RAJSTHAN
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सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम भाइयो से अपील है कि इस पोस्ट को ज़रूर पढ़े ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है जो आपको दी जा रही है
नोट यह पोस्ट किसी को नीचा दिखाने या किसी का अपमान करने के लिए नही है ।
पार्ट नंबर 26
इस्लाम और आतंक पवित्र कुरान से आइये जानते हैं
इस्लाम में किसी निर्दोष की हत्या की इजाज़त नहीं है। ऐसा करने वाले की एक ही सज़ा है, खून के बदले खून लेकिन यह सज़ा केवल क़ातिल को ही मिलनी चाहिए और इसमें ज़्यादती मना है। इसे ही तो कहते हैं। सच्चा इंसाफ़। देखिए नीचे दिया गया अल्लाह का यह आदेश :
और जिस जानदार का मारना खुदा ने हराम किया है, उसे क़त्ल न करना मगर जायज़ तौर पर (यानी शरीअत के फ़तवे [आदेश के मुताबिक़) और जो शख्स जुल्म से क़त्ल किया जाए, हमने उसके वारिस को इख़्तियार दिया है (कि ज़ालिम क़ातिल से बदला ले) तो उसको चाहिए कि क़त्ल (के क़िसास) बदला लेने में ज़्यादती न करे।(कुरआन, सूरा- 17, आयत- 33)
इस्लाम देश में हिंसा (फ़साद) करने की इजाज़त नहीं देता। देखिए...
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HAMARI DUAA⬇⬇⬇
*इस पोस्ट को हमारे सभी गैर मुस्लिम भाइयो ओर दोस्तो की इस्लाह ओर आपसी भाईचारे के लिए शेयर करे ताकि हमारे भाइयो को जो गलतफहमियां है उनको दूर किया जा सके अल्लाह आपको जज़ाये खैर दे आमीन।
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