Kya Islam Aatankwad Ki Taleem Deta Hai?
#क्या इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा देता है?
सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम भाइयो से अपील है कि इस पोस्ट को ज़रूर पढ़े ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है जो आपको दी जा रही है
नोट यह पोस्ट किसी को नीचा दिखाने या किसी का अपमान करने के लिए नही है ।
*पार्ट नंबर 10
हज़रत मुहम्मद (सल्ल0) की संक्षिप्त जीवनी
मुहम्मद (सल्ल0) ताइफ़ से मक्का के लिए रवाना हुए। हिरा नामक स्थान पर पहुंचे तो वहां पर कुरैश के कुछ लोग मिल गए। ये आप (सल्ल0) के हमदर्द थे। उनसे मालूम हुआ कि कुरैश उनका क़त्ल करने को तैयार बैठे है।
अल्लाह के रसूल (सल्ल0) अपनी बीवी ख़दीजा के एक रिश्तेदार अदी के मुतइम (रजि0) की पनाह में मक्का में दाखिल हुए।
चूकि मुतइम मुहम्मद (सल्ल0) पनाह दे चुके थे, इसलिए कोई कुछ न बोला लेकिन मुहम्मद (सल्ल0) काबा पहुंचे, तो अबू-जहल ने उनकी खूब हंसी उड़ाई।
*मुहम्मद (सल्ल0) सत्य-प्रचार का काम करते रहे। उन्होंने अरब के अन्य क़बीलों को भी इस्लाम की ओर बुलाना शुरू कर दिया। इसके परिणामस्वरूप मदीना में इस्लाम फैलने लगा।
*मदीना वासियों ने अल्लाह के रसूल की बातों पर ईमान (यानी विश्वास) लाने के साथ उनकी सुरक्षा करने की भी प्रतिज्ञा की। मदीनावालों ने आपस में तय किया कि इस बार जब हज करने मक्का जाएंगे तो प्यारे रसूल (सल्ल0) को मदीना आने का निमन्त्रण देंगे।
*HAMARI DUAA
*इस पोस्ट को हमारे सभी गैर मुस्लिम भाइयो ओर दोस्तो की इस्लाह ओर आपसी भाईचारे के लिए शेयर करे ताकि हमारे भाइयो को जो गलतफहमियां है उनको दूर किया जा सके अल्लाह आपको जज़ाये खैर दे आमीन।
WAY OF JANNAH INSTITUTE RAJSTHAN
सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम भाइयो से अपील है कि इस पोस्ट को ज़रूर पढ़े ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है जो आपको दी जा रही है
नोट यह पोस्ट किसी को नीचा दिखाने या किसी का अपमान करने के लिए नही है ।
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हज़रत मुहम्मद (सल्ल0) की संक्षिप्त जीवनी
मुहम्मद (सल्ल0) ताइफ़ से मक्का के लिए रवाना हुए। हिरा नामक स्थान पर पहुंचे तो वहां पर कुरैश के कुछ लोग मिल गए। ये आप (सल्ल0) के हमदर्द थे। उनसे मालूम हुआ कि कुरैश उनका क़त्ल करने को तैयार बैठे है।
अल्लाह के रसूल (सल्ल0) अपनी बीवी ख़दीजा के एक रिश्तेदार अदी के मुतइम (रजि0) की पनाह में मक्का में दाखिल हुए।
चूकि मुतइम मुहम्मद (सल्ल0) पनाह दे चुके थे, इसलिए कोई कुछ न बोला लेकिन मुहम्मद (सल्ल0) काबा पहुंचे, तो अबू-जहल ने उनकी खूब हंसी उड़ाई।
*मुहम्मद (सल्ल0) सत्य-प्रचार का काम करते रहे। उन्होंने अरब के अन्य क़बीलों को भी इस्लाम की ओर बुलाना शुरू कर दिया। इसके परिणामस्वरूप मदीना में इस्लाम फैलने लगा।
*मदीना वासियों ने अल्लाह के रसूल की बातों पर ईमान (यानी विश्वास) लाने के साथ उनकी सुरक्षा करने की भी प्रतिज्ञा की। मदीनावालों ने आपस में तय किया कि इस बार जब हज करने मक्का जाएंगे तो प्यारे रसूल (सल्ल0) को मदीना आने का निमन्त्रण देंगे।
*HAMARI DUAA
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