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Maal-E-Ganimat (माल ए गनिमत) ka Taqseem Kaise Kiya Jata? (Quran wikipedia 24)

Maal-E-Ganimat ka Taqseem (बंटवारा) kaise Kiya Jayega?

कुरआन की इनसाइक्लोपीडिया
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भाग-24    तारीख़:30/06/2019
   अनफाल-2
इसलिए मुसलमान युद्ध समाप्त होने के बाद यह जानना चाहते थे की अब जो ग़नीमत का सामान इकठ्ठा किया गया है, अगर हमारे लिए हलाल है तो उसे कैसे विभाजित किया जाए ? इसका उत्तर सूरा अनफाल में दिया गया-: ऐ नबी ! लोग तुमसे अनफाल (गनीमतो) के विषय मे पूछ रहे है ! कहो, 'अनफाल' अल्लाह के लिए, और रसुल के लिए है ! तुम लोग अल्लाह से डरो और आपस के संबंधों को ठीक रखो और अल्लाह और उसके रसुल का कहा मानो यदि तुम ईमान वाले हो ! 【सूरा,8 आयत-1】
फिर मुसलमानो को बहुत सारे उपदेश देने के पश्चात आयत न०41 उस प्रश्न का उत्तर दिया जा रहा है जो आयत न०1 में किया गया था और वह उत्तर यह है.
जान लो कि ग़नीमत में तुमको जो चीज़ मिली है, उसका पांचवा भाग अल्लाह, उसके रसुल और नातेदारों, और अनाथों, निर्धनों तथा यात्रियों का है.
इसका अर्थ यह हुआ कि युद्ध क्षेत्र में जो भी ग़नीमत का माल प्राप्त होगा उसको पांच भागो में विभाजित किया जाएगा ! चार भाग तो सैनिकों में बांट दिए जाएंगे ! और पांचवा भाग सरकारी खजाने में जमा किया जाएगा ! एक भाग अल्लाह और उसके रसुल का होगा, जिसको नबी ﷺ अपने ऊपर तथा सार्वजनिक सेवा में खर्च करेंगे ! नबी ﷺ के बाद यह भाग खलीफा को मिलेगा जो सार्वजनिक कामो में खर्च करेगा ! दूसरा भाग नबी ﷺ के परिवार और निकटम लोगो पर खर्च किया जाएगा, तीसरा भाग अनाथों पर, चौथा भाग निर्धनों पर, पांचवा भाग यात्रियों पर खर्च किया जाएगा ! या फिर इसको नबी ﷺ और आपके पश्चात मुसलमानो का शासक आवश्यकतानुसार जहां उचित समझेगा खर्च करेगा.
क़ुरआन की सूरा-8, अनफाल में युद्ध और शांति के बहुत सारे ऐसे नियम बताए गए है कि आज तक उनसे अच्छे नियम नही बनाये जा सके ! इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि इस सूरत का ध्यानपूर्वक अध्ययन किया जाए, ताकि इसमे छिपे हुए रत्नों को उजागर किया जा सके !
आगे.........
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यह दर्स शुद्ध हिंदी में है कही अगर मुझसे गलती हो जाये तो हमारा इस्लाह करे !
_निवेदन (गुज़ारिश) इस दर्स में कोई फेर-बदल न करे क्योकि अल्लाह आपके हर हरकत को देख रहा है.
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