Un Takhtiyo me Kya Kya Likha tha (1-2)
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कुरआन की इनसाइक्लोपीडिया
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कुरआन इनसाइक्लोपीडिया |
भाग-15 तारीख़:21/06/2019
★★☆★☆ अलवाह-4★★☆★★
अब इस प्रश्न पर विचार करते है कि उन तख्तियों में क्या लिखा था?
कुरआन ने बताया है कि उनमे हर प्रकार की शिक्षाए तथा प्रत्येक वस्तु का विवरण लिखा हुआ था ! यहाँ हर प्रकार या प्रत्येक का अर्थ है जिनकी उन्हें धर्म मे आवश्यकता हो सकती थी ! संसार की सारी बाते नही !
_धर्म का आधार दो बातों पर है ! एक आस्था दूसरा कर्म ! बाइबल से ज्ञात होता है कि उन तख्तियों पर दस शिक्षाए लिखी हुई थी !_ (बाइबल, निर्गमन 34:28) और _ये दस शिक्षाए वास्तव में आस्था और कर्म के विषय मे ही है ! अब आइए इन दस शिक्षाओं पर विचार करे !_
★☆★☆आस्था★☆★☆
★★☆★☆ अलवाह-4★★☆★★
अब इस प्रश्न पर विचार करते है कि उन तख्तियों में क्या लिखा था?
कुरआन ने बताया है कि उनमे हर प्रकार की शिक्षाए तथा प्रत्येक वस्तु का विवरण लिखा हुआ था ! यहाँ हर प्रकार या प्रत्येक का अर्थ है जिनकी उन्हें धर्म मे आवश्यकता हो सकती थी ! संसार की सारी बाते नही !
_धर्म का आधार दो बातों पर है ! एक आस्था दूसरा कर्म ! बाइबल से ज्ञात होता है कि उन तख्तियों पर दस शिक्षाए लिखी हुई थी !_ (बाइबल, निर्गमन 34:28) और _ये दस शिक्षाए वास्तव में आस्था और कर्म के विषय मे ही है ! अब आइए इन दस शिक्षाओं पर विचार करे !_
★☆★☆आस्था★☆★☆
★1- _तब परमेश्वर ने ये सब वचन कहे, मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिश्र देश से निकाल लाया है !_ (बाइबल,निर्गमन,20:1-2)
*★2-* _तू मुझे छोड़कर दुसरो को परमेश्वर करके न मानना ! तू अपने लिए कोई मूर्ति खोदकर न बनाना न किसी की प्रतिमा बनाना, जो आकाश में या पृथ्वी पर , अथवा पृथ्वी के जल में है ! तू उनको दंडवत न करना, और न उनकी उपासना करना, क्योकि मैं तेरा प्रभु परमेश्वर जलन रखने वाला परमेश्वर हूँ, और जो मुझसे बैर रखते है उनके बेटों, पोतों और परपोतो को भी पूर्वज का दंड दिया करता हूँ ! और जो मुझसे प्रेम रखते और मेरी आज्ञाओ को मानते है , उन हजारों पर करुणा किया करता हूँ ! तू अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना, क्योकि जो प्रभु का नाम व्यर्थ ले वह उसको निर्दोष न ठहराए ! (बाइबल, निर्गमन,20:3-7)
आगे.........
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यह दर्स शुद्ध हिंदी में है कही अगर मुझसे गलती हो जाये तो हमारा इस्लाह करे !
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यह दर्स शुद्ध हिंदी में है कही अगर मुझसे गलती हो जाये तो हमारा इस्लाह करे !
निवेदन (गुज़ारिश) इस दर्स में कोई फेर-बदल न करे क्योकि अल्लाह आपके हर हरकत को देख रहा है.
यह दर्स अपने गैर मुस्लिम भाइयो को भी भेजे ताकि वह भी हिदायत के तरफ आगे आये !
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