Inzill (Bybel) Me Tauheed Ki Dawat kahan Hai?
﷽
कुरआन की इनसाइक्लोपीडिया
﷽
कुरआन की इनसाइक्लोपीडिया
कुरआन की इनसाइक्लोपीडिया |
भाग-17 तारीख़:23/06/2019
कर्म-2
जैसे मूर्ति पूजा के विरोध में यह चेतावनी-
जिस देश मे तू जाने वाला है, उसके निवासियों से वाचा न बांधना ! कही ऐसा न हो कि वह तेरे लिए फंदा ठहरे ! उनकी देवियों को गिरा देना, उनके पूजा के खम्भो को तोड़ डालना, उनकी अशेरा नामक मूर्ति को काट डालना ! क्योकि तुम्हे किसी दूसरे को परमेश्वर करके दण्डवत करने की आज्ञा नही, क्योकि प्रभु जिसका नाम जलनशील है, वह जल उठने वाला परमेश्वर है. (बाइबल,निर्गमन-34:12-14)
इनसे भली बात स्पस्ट हो जाता है कि मूसा अलैहिस्सलाम को जो शिक्षा दी गई थी यह वही शिक्षा थी जो दूसरे नबियों को दी गई थी और अंत मे हजरत मुहम्मद ﷺ को दी गई ! अर्थात एकेश्वरवाद की शिक्षा ! और जिस प्रकार दूसरे नबियों ने मूर्तिपूजा से लोगो को रोका था, उसी प्रकार मूसा अलैहिस्सलाम ने भी लोगो को रोका ! इससे यह बात सिद्ध हो जाती है कि सारे नबियों की मूल शिक्षा एक ही थी ! और वह एकेश्वरवाद की शिक्षा थी और विभेद जो हुआ है तो वह केवल उन आदेशो में जिनके समय के साथ-साथ परिवर्तन होता रहा.
आगे.........
*┈┈┈┈•✶✾✶•┈┈┈
यह दर्स शुद्ध हिंदी में है कही अगर मुझसे गलती हो जाये तो हमारा इस्लाह करे
_निवेदन (गुज़ारिश) इस दर्स में कोई फेर-बदल न करे क्योकि अल्लाह आपके हर हरकत को देख रहा है.
आगे.........
*┈┈┈┈•✶✾✶•┈┈┈
यह दर्स शुद्ध हिंदी में है कही अगर मुझसे गलती हो जाये तो हमारा इस्लाह करे
_निवेदन (गुज़ारिश) इस दर्स में कोई फेर-बदल न करे क्योकि अल्लाह आपके हर हरकत को देख रहा है.
यह दर्स अपने गैर मुस्लिम भाइयो को भी भेजे ताकि वह भी हिदायत के तरफ आगे आये !
No comments:
Post a Comment