Nabi-E-Akram ﷺ ke Nam Par Jhooti Hadeeth Byan karne walo ka Anjaam.
نبی اکرم ﷺ کے نام سے جھوٹی باتیں بیان کرنے والوں کا انجام۔
*उम्दा हिदायत
✍ अब्दुल अजीज गुवाहाटी गुवाहाटी
ता0- 21-4-2018
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इन हदीसों को पढ़ने के बाद आज से सभी भाई ये अहद कर ले कि दीन के मुताल्लीक कोई भी मैसेज चाहे पढ़ने में कितना ही अच्छा क्यों न हो लेकिन जब तक उसमें कुरआन या सहीह हदीस की दलील Reference न हो तो ऐसे मैसेज को सेंड नहीं करेंगे और जो कोई करता है उसको रोकेगें
*हदीसें*👇
*1 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया "मुझ पर झूठ मत बोलो क्योंकि जो मुझ पर झूठ बाँधे वह दोजख में दाखिल हो।"*
📚सहीह बुखारी शरीफ हदीस नंबर-106, 107
*2 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया "जो शख्स मेरे नाम से वह बात(हदीस) बयान करे जो मेंने नहीं कही,तो वह(शख्स) अपना ठिकाना जहन्नुम में बना ले।"*
📚सहीह बुखारी शरीफ हदीस नंबर-109
*3 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया "मुझ पर झूठ न बोलो बिलाशुबा जिस ने मुझ पर झूठ बोला वह जहन्नुम में दाखिल होगा"*
📚सहीह मुस्लिम शरीफ(मुकद्दमा) हदीस नंबर-2
*4 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया "जिस ने जानबूझकर मुझ पर झूठ बोला वह आग(जहन्नुम)में अपना ठिकाना बना ले"*
📚सहीह मुस्लिम शरीफ(मुकद्दमा)हदीस नंबर-3
*5 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया जिस ने जानबूझकर मुझ पर झूठ बोला वह आग(जहन्नुम)में अपना ठिकाना बना ले"*
📚सहीह मुस्लिम शरीफ(मुकद्दमा)हदीस नंबर-4
*6 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया मुझ पर झूठ बोलना इस तरह नहीं जैसे किसी एक(आम आदमी) पर झूठ बोलना है। जिस ने जानबूझकर मुझ पर झूठ बोला वह जहन्नुम में अपना ठिकाना बना ले"*
📚सहीह मुस्लिम शरीफ(मुकद्दमा)हदीस नंबर-5
*7 "रसूलुल्लाह सल्ललाहो अलेही वसल्लम ने फरमाया "किसी शख्स के झूठा होने के लिये यही काफी है कि वो जो कुछ सुने(बिना तहकीक किये)बयान करता फिरे।"*
📚सहीह मुस्लिम शरीफ(मुकद्दमा)हदीस नं-7,8,9,10 और 11
*8 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया "मेरी उम्मत के आखरी जमाने में ऐसे लोग होंगे जो तुम्हारे सामने ऐसी हदीसे बयान करेंगे जो(न)तुम ने सुनी होगी न तुम्हारे आबा(बाप-दादा) ने तुम इस तरह के लोगों से दूर रहना"*
📗सहीह मुस्लिम शरीफ(मुकद्दमा)हदीस नंबर-15
*9 "रसूलुल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया "आखरी जमाने में(ऐसे)दज्जाल(फरेबकार)कज्जाब (झूठे)होंगे जो तुम्हारे पास ऐसी अहादीस लायेगें जो(न) तुमने सुनी होगी न तुम्हारे आबा(बाप दादा)ने। तुम उन से दूर रहना(कहीं) वो तुम्हें गुमराह न कर दे और तुम्हें फित्ने में न डाल दे"
📚सहीह मुस्लिम शरीफ(मुकद्दमा)हदीस नंबर-16
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📝by तालिबे दुआ
👤आपका दीनी भाई अब्दुल अजीज गुवाहाटी
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