Deen-E-Islam Ki Sabse Ahem Buniyadi Chijein Kya hai?
Islam me Dakhil hone ke liye Kaun Se Kalma Padhna Parta Hai?
*बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम*
*अस्सलामुअलैकुम वरह् मतुल्लाही वबरकातुहु*
*❇️❇️इस्लाम धर्म❇️❇️ क्या है️?
*↘️↘️↘️आइये जानते है ↙️↙️↙️
सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम भाइयो से अपील है कि इस पोस्ट को ज़रूर पढ़े ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है जो आपको दी जा रही है*
*नोट*❕❗ *यह पोस्ट किसी को नीचा दिखाने या किसी का अपमान करने के लिए नही है ।
*पार्ट नंबर* 02
*इस्लाम धर्म (दीन) में सबसे महत्वपूर्ण 'तौहीद' (एकेश्वरवाद) है जो इसका आधारभूत सिद्धान्त है जिसकी पालना करना सबसे ज़्यादा जरूरी है और इसका उल्लंघन करना सबसे बडा पाप है।
*तौहीद (एकेश्वरवाद)' का अर्थ है "एक परम ईश्वर को मानना"।*
*अल्लाह एक और अकेला है। तौहीद का उल्टा शिर्क है जिसका मतलब है अल्लाह के साथ किसी दूसरे को उसके बराबर मानना।*
*अल्लाह के साथ किसी को शरीक ठहराना (उसके बराबर मानना) शिर्क (बहूईश्वरवाद) कहलाता है जो सबसे बडा गुनाह है। अल्लाह शिर्क करने वाले को कभी माफ नहीं करेगा।*
*इस बात में कोई दो राय नही की इस्लाम में जिस अल्लाह को इलाह ('पूज्य') माना जाता है उसका नियन्त्रण केवल इस समय है बल्कि उस ही के द्वारा इस पूरे ब्रह्माण्ड की व्यवस्था सदा से होती आ रही है।*
*इस्लामी कलिमा ये है:-*
ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह
*जिसका अर्थ है :- अल्लाह के सिवा कोई माबूद 'पूज्य' नहीं है। पैगम्बर मुहम्मद साहब अल्लाह के रसूल (ईशदूत) है।
*किसी भी मुस्लिम के लिए यह आधारभूत बात है कि वह इस बात को जाने तथा अपने खुले और साफ दिल से इस बात को माने तथा इकरार करे के अल्लाह ही वह हस्ती है जिसके अलावा किसी की पूजा, भक्ति या इबादत नही की जा सकती।
पोस्ट जारी है.....
*HMARI DUAA*⬇️⬇️⬇️
इस पोस्ट को हमारे सभी गैर मुस्लिम भाइयो ओर दोस्तो की इस्लाह ओर आपसी भाईचारे के लिए शेयर करे ताकि हमारे भाइयो को जो गलतफहमियां है उनको दूर किया जा सके अल्लाह आपको जज़ाये खैर दे आमीन।
Presents By:-
WAY OF JANNAH INSTITUT
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