Birthday Celebrate karna Aur Khud Ko Modern Kahlane ka Shauk Rakhna.
#आंखे_खोल_देने_वाली_तहरीर*#मेरी_उम्मत_यहूद_और_नसारा_के_तरीके_पर_चलेगी यहाँ_तक_की_वो_बिल_में_घुसे_होंगे_तो_ये_भी_वहाँ_पहुंचेगी 【हुजूर_सल्लाहु अलैहि व सलम
#जो_किसी_ग़ैर_कौम_की_इत्तेबाअ_करे_वो_हम_में_से_नही
यानी_इस्लाम_से_उसका_कोई_लेना_देना_नही 【हुजूर सल्लाहु अलैहि व सलम)
आजकल उम्मत के नोजवान, बड़े ,बुजुर्ग एक ऐसे अमल पर जम रखे हैं जिसका ताल्लुक ग़ैर कौम से है
वो अमल है जन्म दिन का जश्न यानी बर्थडे मनाना
बड़ी शान और शौकत से स्टेटस लगाए जाते हैं, लोग मुबारक बाद देते हैं ओर केक काटे जाते हैं ओर केक को मुंह पर मलकर एक इंसान को जानवर बनाया जाता है
फिर उस से पार्टी ली जाती है ओर अच्छी दावत उड़ाई जाती है
और कोई भाई उन्हें ये कह दे कि इसका इस्लाम से तालुक नही है तो उसे कठमुल्ला या कट्रटर या पुरानी सोच का आदमी कह कर बुरा भला कहा जाता है।
ओर ये भी कहा जाता है इसका दीन से कोई ताल्लुक नही है माज़ अल्लाह
हाल ही में हुए मेरे गैर मुस्लिम भाइयों से डिस्कशन में उन्होंने ये कहा बर्थडे हमारे लिए एक खास अमल है हम उस दिन पूजा करते हैं और काफी तरह की चीजें करते हैं क्योंकि ये हमारे धर्म का हिस्सा है
दूसरी तरह नसरानी यानी क्रिस्चियनस के यहां तो ये जशन की तरह मनाया ही जाता है आप सबको पता है।
वो ईशा अलैहिस्सलाम का जन्म दिन मनाते हैं और अपने खुद के जन्म पर भरपूर शराब की पार्टी एक दूसरे को दी जाती है और उस दिन को धार्मिक दृष्टि से बहुत खास समझते हैं।
अब बताइये मेरे भाइयो वो अमल जो गैर कौम धार्मिक समझती है और हम उसे कर रहे हैं
क्या हमारे इस्लाम हमारे लिए धर्म के रूप में काफी नही है ??
क्या मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से हमारी मुहब्बत सच्ची नही है ??
क्या उनका बताया तरीका मानने में हमारे पेट मे दर्द होता है और गैर का तरीका अच्छा लगता है ??
ये सवाल अपने आप से पूछे
जज़ाकल्लाह खैर
(नबी के पैग़ाम को पहुंचाना हम पर फर्ज है और आप माने तो आपके लिए खैर है ओर न माने तो अल्लाह जिसे गुमराह करदे उसे कौन हिदायत दे सकता है )
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