*एक नया शैतानी फित्ना*
कुछ दिनों से अहले बिद्अत उलेमा सू की तरफ से कुछ ऐसे विडीयो अपलोड हो रहे है जिनमें सऊदी अरब के अवाम की एय्याशी दिखाई जाती है वहाँ के किंग को नाचते हुए दिखाया जाता है। और ऐसे विडीयो दिखाकर वो अहले हक को निशाना बनाते है और कहते है कि यह है अहले हदीस का मसलक।
और फिर वह उलेमा सू बड़ी जोर से चीख मारकर अहले हदीस उलेमा को मुनाजरे के लिए ललकारता है।
मेने जब यह विडीयो देखी तो मुझे इन बरेलवी उलेमा सू की जाहिलियत पर अफसोस होने के साथ इनकी बेवकूफी पर भी हँसी आ गई।
यानि ये बरेलवी उलेमा सू जानते है कि अब हम कुरआनो हदीस से तो हमारा मंनगढत मसलक साबित कर नहीं सकते इसलिए सऊदी अरबिया की ऐय्याशी दिखाकर अपने मंनगढत मसलक को साबित करने का अच्छा तरीका है।
मेरे मोहतरम मुसलमान भाइयों मैं डंके की चोट पर यह चेलेंज करता हूँ कि मुझे अहले हदीस(मनहज) की एक भी ऐसी किताब दिखा दे जिसमें उन्होंने अपने अकीदे या मसलक को साबित करने के लिए सऊदी किंग या सऊदी अरब की अवाम को दलील बनाया हो। तो भाईयो जब हमारी दलील सऊदी अरबिया है ही नहीं तो फिर उनकी दलील देकर अहले हदीस(मनहज) को निशाना बनाना महज बेवकूफी है। अलहम्दुलील्लाह हमारी दलील सिर्फ और सिर्फ कुरआन,सहीह हदीस है और यही दो चीजें इस्लाम में हुज्जत है। चुंनाचे रसूलल्लाह सल्ललल्लाहो अलेहीवसल्लम ने फरमाया
" मैं तुम्हारे दरमियान दो चीजें छोड़कर जा रहा हूँ।अगर इस पर अमल करोगें तो कभी गुमराह नहीं होंगे।वह दो चीजें है अल्लाह की किताब और मेरी सुन्नत।
📗मोत्ता इमाम मालिक-2251
एक बात और कि हिन्दुस्तान और पाकिस्तान में देवबंदी और बरेलवी अवाम पार्टीयों में नाच गाना करती है,शराबखोरी और एय्याशी करती है तो क्या हम इसको देवबंदीयत या बरेलवीयत के हक पर न होने की दलील बना ले? हम बिलकुल नहीं बनायेगें क्योंकि हम इनकी तरह जाहिल और बेवकूफ नहीं है। इनको गुमराह साबित करने के लिए कुरआन और हदीस ही हमारे लिए काफी है।
एक हकीकत इनकी यह भी है कि जब तकलीद का मसला आता है तो यह देवबंदी और बरेलवी उलेमा सू सऊदी अरबिया को दलील बनाते है कि वहाँ की हुकूमत हंबली मसलक से ताल्लुक रखती है।इसी तरह 20 रकात तरावीह के मसले पर भी हरामैन शरीफैन को दलील बनाते है और फिर उनकी एय्याशी और खराबी दिखाकर उनको गुमराह भी साबित करते है। यानी जिनको यह गुमराह समझते है उनसे अपने अकीदो की दलील भी पकड़ते है। तो मेरे मोहतरम मुसलमान भाइयों यह है इन मुकल्लिद हंनफीयो की हकीकत।
आखिर में अल्लाह से दुआ है कि मुझ नाचीज की इस छोटी सी कोशिश को हमारे भोले भाले देवबंदी और बरेलवी भाईयो की हिदायत का जरिया बना दे और उनको उलेमा सू के चंगुल से निजात देकर कुरआनो हदीस की तरफ रूजू करने की तौफीक अता फरमाये और हम सभी को मरते दम तक सिर्फ और सिर्फ कुरआनो सुन्नत पर कायम रखे। और शैतान के फित्नो से हिफाजत फरमाये आमीन
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