find all Islamic posts in English Roman urdu and Hindi related to Quran,Namz,Hadith,Ramadan,Haz,Zakat,Tauhid,Iman,Shirk,daily hadith,Islamic fatwa on various topics,Ramzan ke masail,namaz ka sahi tareeqa

Duniya Me Muslim Auratein Se Jyada Pak-Daman Koi Dusri Aurat Nahi.


#कुरआनी_मुआज़ज़ात_की_एक_झलक..
मर्द के स्पर्म से ओरत के बदन में dna (डी एन ए) का खुलासा
एक गैर मुस्लिम अमेरिकी डॉक्टर का दिलचस्प खुलासा
एक यहूदी जो दीनी आलिम भी था खुले तोर पर कहता है कि रोये ज़मीन पर मुस्लिम औरत से पाक बाज़ व साफ सुथरी कोई ओरत नहीं
पूरा वाकिआ इस तरह है
एक माहिर यहूदी जो दीनी आलिम भी था उसने अपने कुबूल इस्लाम का एलान किया जिसका वाहिद सबब बना कुरआन में मज़कुर मुतअल्का की ईददत के हुक्म से वाकफीयात और ईददत के लिये तीन महीने की तेहदीद के पीछे कारफरमा हीकमत से शनासाई
ثلاثة قروء[ البقرة:228]
"मुतलकात अपने आपको तीन हेज़ तक रोके रखे"
इस आयत ने एक हेरत अंगेज ज़दीद इल्म DNA के इनकषाफी की राह हमवार की ओर ये पता चला कि एक मर्द के स्पर्म मे प्रोटीन दूसरे मर्द के बिलमु्काबिल 62% मुख्तालीफ होते हैं
ओर ओरत का ज़ि्‍सम एक कम्पुटर की मानिंद है
जब कोई मर्द ओरत से हमबीस्त्री करता है तो ओरत का ज़ि्‍सम मर्द की तमाम बेकटीरियाज़ को जज़्ब ओर महफूज़ कर लेता है
इसलिये तलाक के फोरन बाद अगर ओरत किसी दूसरे मर्द से शादी करले या कुछ दिनो के फासले से कई मरदो से ज़िस्मानी ताल्लुकात बना ले तो उसके बदन में कई DNA जमा हो जाते हैं जो खतरनाक वायरस की शक्ल इख्तियार कर लेते हैं ओर ज़ि्‍सम के अंदर जानलेवा इमराज़ (बीमारी) पेदा होने का सबब बनते हैं
साइंस ने पता लगाया की तलाक के बाद एक हेज़ गुज़रने से 32 से 35 फीसद मर्द के स्पर्म के प्रोटीन उसके बदन में से खत्म हो जाते हैं
दूसरा हेज़ आने पर 67 से 72 फीसद ओर तिसरा हेज़ आने पर 99.9% DNA (प्रोटीन ) ख्तम हो जाते हैं ओर फिर ओरत का रहम मर्द के DNA से पाक हो जाता है
ओर फिर बगेर किसी साइड इफेक्ट व नुकसान के नया DNA कुबूल करने के लिए तेयार हो जाता है
एक तवायफ कई लोगो से ज़िस्मानी ताल्लुकात बनाती हैं जिसके सबब उसके रहम मे मुख्तलीफ मर्दों के स्पर्म जाते हैं ओर ज़ि्‍सम में मुख्तलीफ DNA जमा हो जाते हैं ओर उसके नातिज़े मे वो कई शादीद बीमारियों का शिकार बन जाती है
और रही बात बेवा औरत की तो उसकी ईददत तलाक शुदा औरत से ज़्यादा होती है क्यूंकि दुख ओ गम की वजह से ओरत के रहम मे से DNA जल्दी खत्म नही होता है उसे ख्तम होने के लिए पहले से ज्यादा वक्त की दरकार होती है इसी लिये बेवा औरत के लिए चार महीने दस दिन की ईददत रखी गई है
फरमान ए इलाही है
( وا لذين يتوفون منكم و يذرون أزواجا يتربصن بأنفسهن أربعة أشهر، و عشرا)[البقرة:٢٣٤]
तरज़ुमा ओर तुम मे से जिसकी वफ़ात हो जाये ओर अपनी बीवियां छोड़े तो चाहिये कि वह चार महीने ओर दस दिन अपने आप को रोके रखे
इस हकीकत से राह पाकर एक माहिर डॉक्टर ने अमेरिका के दो मुख्तालीफ मुहल्लों में तेहकिक किया एक मुहल्ला जहाँ अफ्रीकी मुस्लिम रहते थे वहां की तमाम औरतों के बदन में सिर्फ एक ही मर्द का DNA पाया गया जबकि दूसरा मुहल्ला जहां मेन अमेरिकन आज़ाद औरते रे‍हती थी उनके बदन में एक से ज़यादा दो तीन मरदो तक के DNA पाए गए
जब डॉक्टर ने खुद अपनी बीवी का खून टेस्ट किया तो चोंका देने वाली हकीकत सामने आई कि उसकी बीवी मे तीन अलग अलग लोगो के DNA मिले जिसका मतलब ये था कि उसकी बीवी उसे धोका दे रही है ओर ये की उसके तीन बच्चो मे से सिर्फ एक उसका अपना है
इसके बाद डॉक्टर पूरी तरह कायल हो गया कि सिर्फ इस्लाम ही वो दीन हे जो औरत की हिफाज़त की ज़मानत देता है ओर इस बात की भी की मुस्लिम औरते दुनिया की सबसे साफ सुथरी पाक दामन ओर पाक बाज़ होती है.
Share:

No comments:

Post a Comment

Translate

youtube

Recent Posts

Labels

Blog Archive

Please share these articles for Sadqa E Jaria
Jazak Allah Shukran

Most Readable

POPULAR POSTS