Kisi Ka Burai karna aur usse Bugj Rakhna?
ﺑِﺴْـــــــــــــﻢِﷲِالرَّحْمٰنِﺍلرَّﺣِﻴﻢ
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया: बद-गुमानी (शक) से बचते रहो क्योंकि बद-गुमानी (शक की) बातें अक्सर झूटी होती हैं, लोगों के ऐब/खामी तलाश करने के पीछे ना पड़ो, आपस में हसद (जलन) ना करो, किसी के पीठ पीछे बुराई ना करो, बुग़ज़ ना रखो, बल्कि सब अल्लाह के बंदे आपस में भाई भाई बन कर रहो।
Bukhari sharif: jild-8, kitab Al-Adab 78, hadith no. 6064
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