Quran Ki Aayaton Ka Galat Meaning Logo Ko Samjhana.
*बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
*अस्सलामुअलैकुम वरह् मतुल्लाही वबरकातुहु
क्या इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा देता है
सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम भाइयो से अपील है कि इस पोस्ट को ज़रूर पढ़े ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है जो आपको दी जा रही है
नोट यह पोस्ट किसी को नीचा दिखाने या किसी का अपमान करने के लिए नही है ।
पार्ट नंबर ,50
पवित्र कुरआन की वे चौबीस आयतें
22 *पैम्फलेट में लिखी 22वें क्रम की आयत है:
"-फिर हमने उनके बीच कियामत' के दिन तक के लिए वैमनस्य और द्वेष की आग भड़का दी, और अल्लाह जल्द उन्हें बता देगा जो कुछ वे करते रहे हैं।” (कुरआन, सूरा-5, आयत-14)
कपटपूर्ण उद्देश्य के लिए पैम्फलेट में यह आयत भी जान-बूझकर अधूरी दी गई है। पूरी आयत है:-
"और जो लोग (अपने को) कहते हैं कि हम नसारा [यानी ईसाई) हैं, हमने उनसे भी अहृद यानी वचन] लिया था, मगर उन्होंने भी उस नसीहत का, जो उनको की गई थी, एक हिस्सा भुला दिया, तो हमने उनके आपस में 'क़ियामत' तक के लिए दुश्मनी और कीना द्वेष] डाल दिया, और जो कुछ वे करते रहे खुदा बहुत जल्द उनको उससे आगाह करेगा।” (कुरआन, सूरा-5, आयत- 14)
पूरी आयत पढ़ने से स्पष्ट है कि वादा ख़िलाफ़ी, चालाकी और फ़रेब के विरुद्ध यह आयत उतरी, न कि झगड़ा कराने के लिए।
इस पोस्ट को हमारे सभी गैर मुस्लिम भाइयो ओर दोस्तो की इस्लाह ओर आपसी भाईचारे के लिए शेयर करे ताकि हमारे भाइयो को जो गलतफहमियां है उनको दूर किया जा सके अल्लाह आपको जज़ाये खैर दे आमीन।
WAY OF JANNAH INSTITUTE RAJSTHAN
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