Pamplate ki 10 Number wali aayat "Jo Allah ke alawa kisi aur ki Ebadat karta hai use Jarur Sza milega"
*बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम*
*अस्सलामुअलैकुम वरह् मतुल्लाही वबरकातुहु*
क्या इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा देता है?
*सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम भाइयो से अपील है कि इस पोस्ट को ज़रूर पढ़े ये एक महत्वपूर्ण जानकारी है जो आपको दी जा रही है
*नोट यह पोस्ट किसी को नीचा दिखाने या किसी का अपमान करने के लिए नही है.
*पार्ट नंबर 41
पवित्र कुरआन की वे चौबीस आयतें
10 पैम्फ़लेट में लिखी 10वें क्रम की आयत है:
(कहा जाएगा) : निश्चय ही तुम और वह जिसे तुम अल्लाह के सिवा पूजते थे जहन्नम' का ईंधन हो। तुम अवश्य उसके घाट उतरोगे।(कुरआन, सूरा-21, आयत-98)
इस्लाम एकेश्वरवादी मज़हब है, जिसके अनुसार एक ईश्वर अल्लाह के अलावा किसी दूसरे को पूजना सबसे बड़ा पाप है। इस आयत में इसी पाप के लिए अल्लाह मरने के बाद जहन्नम (यानी नरक) का दण्ड देगा।
पैम्फलेट में लिखी पांचवें क्रम की आयत में हम इस विषय में लिख चुके हैं। अत: इस आयत को भी झगड़ा करानेवाली आयत कहना न्यायसंगत नहीं है।
*HAMARI DUAA* ⬇⬇⬇
*इस पोस्ट को हमारे सभी गैर मुस्लिम भाइयो ओर दोस्तो की इस्लाह ओर आपसी भाईचारे के लिए शेयर करे ताकि हमारे भाइयो को जो गलतफहमियां है उनको दूर किया जा सके अल्लाह आपको जज़ाये खैर दे आमीन।
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