Nabi-E-Akram Sallahu Alaihe wasallam ka khandan
▁▁▁▁▁▂▃★━╯﷽╰━★▃▂▁▁▁▁▁
*_🌹सीरत ए नबी ﷺ 🌹_*
*_💫नबी करीम ﷺ का खानदान💫_*
पार्ट-4 तारीख-04-10-2019
1-हाशिम का अगला भाग
उनके बारे में एक कवि कहता है-: _यह अम्र ही है, जिन्होंने अकाल की मारी हुई अपनी कमज़ोर कौम को मक्के में रोटियां तोड़कर शोरबे में भिगो-भिगोकर खिलाई और जाड़े और गर्मी की दोनों यात्राओं की बुनियाद रखी !_
उनकी एक महत्वपूर्ण घटना यह है कि वे व्यापार के लिए शाम देश गए ! रास्ते मे मदीना पहुचे तो वहां कबीला बनी नज़्ज़ार की एक औरत सलमा बिन्त अम्र से निकाह कर लिया और कुछ दिनों वही रुके रहे ! फिर बीवी को हमल (Pregnent) की हालत में मां के साथ ही छोड़कर शाम देश रवाना हो गए और वहां जाकर फलस्तीन के शहर गज्जा में इंतेक़ाल हो गया ! इधर सलमा के पेट से बच्चा पैदा हुआ ! यह सन 497 ई० की बात है ,चूंकि बच्चे के सर के बालों में सफेदी थी,इसलिए सलमा ने इसका नाम शैबा रखा ! 【इब्ने हिशाम:1/137,रहमतुल लिल आलमीन:1/26,2/24】
और यशरीब में अपनी माँ के घर ही में उसकी परवरिश की ! आगे चलकर यही बच्चा अब्दुल मुत्तलिब के नाम से मशहूर हुआ ! एक समय तक हाशिम परिवार के किसी व्यक्ति को उसके अस्तित्व का ज्ञान न हो सका ! हाशिम के कुल चार बेटे और पांच बेटियां थी ! असद,अबू सैफी, फुजला, अब्दुल मुत्तलिब--शिफा,खालिदा,ज़ईफ़ा,रुकैया और जन्न: !
【वही, 1/107】
आगे इन शा अल्लाह..........
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इल्म सीखना और सिखाना हर मुसलमान पर फ़र्ज़ है_
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