Kudrat Ka NRC aur PM Modi ka NRC.
कुदरत का एनआरसी और भारतीय सरकार का NRC
आज मुसलमानों के हालात को बयान करते हुए चंद जुमले।
आज का मुसलमान और एक डरी हुई खामोश कौम।
*इस गलतफहमी में पूरी कौम ही गूंगी हो गयी*
* के मेरे अकेले बोलने से क्या होगा ?
तल्ख हकीकत
एक डरी हुई ख़ामोश कौम अपनी बुजदिली को सब्र का नाम देकर आने वाली नस्लों को गुलामी परोस रही है।
*अगर बातिल के खिलाफ जंग जीतनी है*
*तो दुश्मनों से पहले गद्दारों की पहचान करो।
*कुदरत का NRC*
1 ये प्रक्रिया भारत में तब शुरू हुई थी जब कश्मीर से धारा ३७०/370 हटाया गया और भारत के दूसरे राज्यों में रहने वाले मुसलमानो को इससे थोड़ा सा भी फर्क नही हुआ।
पहले तालीम से तुम मोड़ दिए जाओगे
फिर किसी जुर्म से तुम जोड़ दिए जाओगे
हाथ में हाथ की जंजीर बनाकर निकलो
वरना धागे की तरह तोड़ दिए जाओगे।
मुस्लिम लड़कियों को जाल में फंसाने का नया तरीका LM और HM
इसलाम में जिहाद किसको कहा गया है?
हिंदुस्तान का सच्चा वफादार मैं ही हूं
कब्रो से पूछ! असल जमींदार मै ही हूं ,
दरिया के साथ वह तो समुंदर में बह गया
मिट्टी में मिल के , मिट्टी का हकदार मै ही हूं ।
2 ये प्रक्रिया यहीं नहीं रुका। अमित शाह और दूसरे कानून बनाने वाले अधिकारी मुसलमानो के गैरत को भांप गए थे वो ये समझ गए थे के इस कौम में पहले जैसा गैरत नही रहा और फिर सोच समझ कर *सी ए ऐ* (CAA) बिल भी पास कर दिया, हम उस वक्त भी नहीं जागे थे के देश में *सी ए ए* बिल पास हो गया, क्यूंकि आज हमारी सबसे बड़ी कमजोरी क्या है के हमे कोई फर्क। नही पड़ता गर किसी मुसलमान को कुछ होता है तो बस हमें पर्सनली कुछ नही होना चाहिए।
हमे झटका तब लगा जब पता चला के सारे मुसलमान को *सी ए ए* प्रक्रिया से गुजरना होगा। तब हम रोड पर निकले और विरोध प्रदर्शन किया, *काश हम यही काम उस वक्त किए होते जब कश्मीर से धारा 370 हटाया गया था*
लेकिन हमें उनसे क्या मतलब वो कहां अलग और हम कहां अलग इसी सोच ने हमें यहां लाकर खड़ा कर दिया है।
*एक हमारे आबा वो अजदाद थे जो दूसरे मुल्कों से यहां आकर सैंकड़ों बरसों तक बड़े ही शान से हुकूमत की और, एक हम हैं जो उनकी विरासत की हिफाजत नही कर पाए*
विरासत की हिफाज़त करना तो दूर की बात आज हम खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते और सोचते हैं के इस देश में रहने दिया जा रहा है यही काफी है।
*क्या कभी आपने सोचा है के ऐसा क्यों हुआ क्यों के वो गैरत मंद मुसलमान थे , वो सबसे पहले ईमान को तरजीह देते थे, उन में मिल्लत थी।*
और हम सबसे पहले *माल को तरजीह देते हैं, दूसरे भाई के साथ क्या हो रहा है इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता, बस हमारे साथ नहीं होना चाहिए यही हमारा रवैया है।*
*क्या आपको पता है के कश्मीर से धारा 370 क्यों हटाया गया?*
ताकि वहां के मुस्लिम को अल्पसंख्यक /minority बनाया जा सके और वहां पर आरएसएस के गुंडों को भर कर मुस्लिमो का कत्लेआम करवाया जाए, जिससे हम बहुसंख्यक हो जाए।
ये सारी चीज इसराइल से राय मशविरा लेकर किया जा रहा है ताकि जब वहां मुसलमान अल्पसंख्यक हो जायेंगे तो सबसे पहले वोटिंग कराया जाएगा और भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के बाद अमरीका में प्रस्ताव रखा गया था रेफरेंडम का।
उस वक्त या आज भी वोटिंग इसलिए नहीं कराया जा रहा है के लोग इस देश से नाखुश हैं और वो अलग कश्मीर को एक देश बनाने के लिए वोटिंग कर देंगे,
इस लिए इस को बराबर करने के लिए वहां पर मुसलमान से ज्यादा हिंदुओं की आबादी को बढ़ाया जायेगा।
फिर जब आबादी बढ़ जायेगी तो वही हाल होगा जो फिलिस्तीन में मुसलमानो का है, उनका घर छीना जायेगा और जबरदस्ती कब्जा किया जायेगा औरतों के साथ बलात्कार किया जायेगा, फिर धीरे धीरे मुसलमान वहां से भागना शुरू करेंगे।
और फिर वोटिंग करा कर पूछा जायेगा के आप भारत के साथ रहना चाहते है या अलग कश्मीर?
*ये थी कश्मीर में धारा 370 हटाने का मकसद*
आप लोग सी ए ए से तो अच्छे से परिचित हैं *आइए जान लेते हैं राम राज्य और जनसंख्या नियंत्रण कानून में क्या लगाव है।*
*राम राज्य का पहला मकसद ये है के हिंदुओं के आबादी को 80% फिक्स किया जाए ताकि मुस्लिम यहां धोखे से भी भविष्य में शासन न कर सके*
*दूसरा ये के यहां जो भी मुसलमान है वो या तो हिंदू बन जाए या हिंदू जैसा बन कर रहे*
इसके अलावा भी दुसरे कारण हैं, जैसे मुसलमान हिंदू लड़की से शादी नहीं कर सकता, इसके उलट हिंदू लड़का मुसलमान लड़की से शादी कर सकता है।
यानी L M नही HM
*दूसरा ये के लोग सिर्फ धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपना सकते हैं। किसी दूसरे धर्म को अपनाना कानून के खिलाफ होगा।*
*अगर आप ये सोच रहे हैं के आपसे ये सब दबाव बनाकर करवाया जायेगा तो ये आपकी गलत फहमी है, सारा काम कानून बना कर किया जायेगा और अगर आप नही मानते तो आपको देश द्रोही करार दिया जायेगा , बोला जायेगा के इस देश में रहना है तो कानून को मानना पड़ेगा, सी ए ए का उदाहरण आपके सामने है*
पिछले साल *तबलीगी जमात को बहुत अच्छे से बदनाम किया गया था और आगे भी ये कोई मौका नहीं छोड़ेंगे।*
लेकिन ये जो अपने मन से NRC कर रहे थे वो कुदरत खुद कर रही है, पिछले साल भी बहुत कम ही लोग (मुसलमान) मरे थे कोरोना से , और इस साल भी यही हाल। मुसलमानो से कही ज्यादा आंकड़ा कुंभ में स्नान करने वालों का है।
*इस से हमे खुश होने की जरूरत नही है, अल्लाह का शुक्रिया अदा करें और पूरी सेफ्टी को फॉलो करें*
आखरी बात जो आप लोगों को बताना चाहूंगा वो है *जनसंख्या नियंत्रण कानून*।
इसका मकसद क्या है वो आप अच्छी तरह से जानते हैं। मुसलमानो के आबादी को फिक्स करना है, क्यूंकि *इन्हे ये डर सता रहा है के मुसलमानो की आबादी बढ़ती रही तो ये एक दिन सत्ता में आ जाएंगे*
एक बात और जो बताया जाता है के हिंदू 80% परसेंट हैं और मुसलमान 14% , ये आंकड़ा सरासर गलत है।
*बल्कि हकीकत ये है के हम 20% से ज्यादा हैं और ये लगभग 75 % ।*
सच तो ये है के जब भी जनगणना होता है तो आंकड़ा बढ़ाने के लिए ये आदिवासी को भी अपने साथ जोड़ लेते हैं।
*दूसरी बात ये है जो हाल ही में जनगणना किया गया था उसको पब्लिश नही किया गया क्यूंकि हकीकत सबके सामने आ जाती और इसी जनगणना के बाद जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग हो रही है आप समझ सकते हैं।*
भला इंसाफ कैसे हो जमाने की अदालत में
जो कातिल है वही रहबर निकलते है,
अभी तहजीब जिंदा है हमारे घर की आंगन में
बड़ो के सामने हम आज भी झुक कर निकलते है।
इस लिए सभी मोमिन भाईयों से मेरी गुजारिश है के इस से पहले के *जनसंख्या नियंत्रण कानून बने आप अपनी आबादी बढ़ाए।*
मैं ये नही कह रहा हूं के आप 10 बच्चे पैदा करें, लेकिन मैं ये जरूर कहूंगा के अगर अल्लाह ने आपको इतनी माल ओ दौलत दी है और आप परवरिश की हैसियत रखते हैं तो 2 से ज्यादा औलाद पैदा करें।
क्योंकि हमारे प्यारे आका मोहम्मद (saw) का फरमान है उस औरत से शादी करो जो ज्यादा बच्चे जनने वाली हो
ताकि *मैं क्यामत के दिन अपने उम्मत की अक्सरियत को देख कर फख्र करूं।*
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