Muslim Country's ne Palestiniyon ke liya kya kya kiya?
पाकिस्तान ने फिलिस्तीनी लोगो के मदद के लिए किया बड़ा ऐलान।
पाकिस्तान के पंजाब राज्य के गवर्नर चौधरी मोहम्मद सर्वर ने फिलिस्तीनियों की मदद के लिए 100 मिलियन रुपए का एलान किया है।
चौधरी मोहम्मद सर्वर से बिजनेस कम्युनिटी के लोगो से मुलाकात की । इस मौके पर चौधरी सर्वर ने कहा के इन शा अल्लाह हम बिजनेस कम्युनिटी की मदद से फिलिस्तीनी बहन - भाईयो की और मदद करेंगे। गौहर एजाज, मियां अहसन, एम मुनीर समेत दूसरे लोगो का इस इमदाद में तावून के लिए शुक्रिया अदा करता हू।
इस्लामिक देश अगर एक हो जाए तो फिलिस्तीन को आजाद होने से कोई ताकत रोक नही सकती, यह वक्त इस्लामिक मुमालिक के जाति माफादात ( निजी फायदा ) के तहफ्फुज का नही बल्कि फिलिस्तीन के साथ खड़े होने का है। उन्होंने कहा के वजीरे आजम (प्रधान मंत्री) इमरान खान संयुक्त राष्ट्र समेत हर अंतराष्ट्रीय फॉर्म पर फिलिस्तीनियों का मुकदमा लड़ेंगे, 21 मई को हुकूमत यौम ए यक्जेहति फिलिस्तीन मनाएगी, किसी भी कुरबानी से हम पीछे नहीं हटेंगे, फिलिस्तीनी आवाम को इस मुश्किल घड़ी में हम तन्हा नहीं छोड़ेंगे, इजरायल ने फिलिस्तीनियों पर जुल्म के मामले में हिटलर को भी पीछे छोड़ दिया।
मस्जिद ए अक्सा से मुसलमानों का क्या ताल्लुक है?
नमाजियों पर इसराइली सैनिकों ने गोलियां चलाई।
मुस्लिम दुनिया का नेता कौन? तुर्की या सऊदी अरबिया
सऊदी अरब के पास इतने सारे हथियार होते हुए भी इजरायल से क्यू डरता है?
इससे पहले 16 मई को इजरायल को लेकर oic में बैठक हुई थी जिसमे बहरीन और यूएई (UAE) मुस्लिम देशों के निशाने पर आ गए थे।
आपको बता दे के पिछले साल (2020) में यूएई (United Arab Emirates) और दूसरे अरब देशों ने इजरायल ने राजनयिक संबंध कायम किया था, जब मुस्लिम दुनिया इजरायल को एक देश के तौर पर मान्यता नही देता तो फिर अहले अरब जो खुद को मुसलमानों का नेतृत्व करता , वह कैसे इसराइल से ताल्लुकात कायम कर सकता है?
यह तो फिलिस्तीनियों के धोका देना जैसा हुआ सिर्फ अपना बिजनेस मॉडल और तेल बेचकर धन बनाने वाला देश सिर्फ मुस्लिम दुनिया का रहनुमा नही हो सकता है।
इजरायल ने फिलिस्तीनियों पर हवाई हमले कर रहा है तो दूसरी तरफ दुबई (UAE) वगैरह देश फिलिस्तीनियों पर कूटनीतिज्ञ हमला कर रहा है। इससे यही साबित होता है के यूएई अपने फायदे के लिए मुसलमानों को इस्तेमाल कर रहा है।
तुर्की और फिलीस्तीनी नेताओ ने oic (Organization of Islamic Co-operation) की बैठक में इजरायल से रिश्ते कायम के लिए बहरीन और यूएई की जमकर आलोचना किया।
तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन ने इसराइल को चेतावनी दी थी कि अगर पूरी दुनिया भी ख़ामोश हो जाए तो भी तुर्की अपनी आवाज़ उठाता रहेगा.
तुर्की राष्ट्रपति ने कहा "मैंने सीरियाई सीमा के निकट जिस तरह दहशतगर्दों का रास्ता रोका, उसी तरह मस्जिद-ए-अक़्सा की जानिब बढ़ते हुए हाथों को भी तोड़ देंगे."
इसके साथ ही तुर्की ने इसराइल पर प्रतिबंध लगाने की भी अपील की है।
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