Quran Majeed Wikipedia part 382
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Iman yani Vishwas 234
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*_❀कुरआन मजीद की इनसाइक्लोपीडिया❀_*
भाग-382 तारीख़:24/06/2020
*★☆★☆ईमान यानी विश्वास-234★★☆★*
*_★गधा-2★_*
क़ुरआन में गधे का बयान सवारी के रूप में किया गया है !
*_घोड़े और खच्चर और गधे भी पैदा किए, ताकि तुम उस पर सवार हो और वे तुम्हारी शोभा का कारण भी बने ! और वह उसे भी पैदा करता है जिसे तुम नही जानते !_* 【सूरा-16,अन-नहल,आयत-8】
क़ुरआन में गधे का दूसरे अर्थो में प्रयोग--
*1.* _उन लोगों की उपमा गधे से दी गई है जिनको 'तौरात' दी गई परन्तु उन्होंने उसपर अमल नहीं किया !_
*_जिन लोगों पर तौरात का बोझ डाला गया, किन्तु उन्होंने उसे न उठाया, उनकी मिसाल उस गधे की-सी है जो किताबें लादे हुए हो ! बहुत ही बुरी मिसाल है उन लोगों की जिन्होंने अल्लाह की आयतों को झुठला दिया ! अल्लाह ज़ालिमों को सीधा मार्ग नहीं दिखाया करता !_*
【देखिए : सूरा-62, अल-जुमुआ, आयत-5】
*2.* _गधे की आवाज़ कि उपमा सबसे बुरी आवाज़ से दी गई है !_
*_अपनी आवाज़ धीमी रख ! निस्संदेह आवाज़ों में सबसे बुरी आवाज़ गधों की आवाज़ होती है !_* 【देखिए : सूरा-31, लुकमान, आयत-19】
अपराधियों को जब नसीहत की जाती है तो ऐसे बिदकते हैं जैसे गधा शेर को देखकर बिदकता है !
*_आख़िर उन्हें क्या हुआ है कि वे नसीहत से घबराते हैं, मानो वे बिदके हुए गधे हैं जो शेर से (डरकर) भागे हैं !_* 【सूरा-74, अल-मुद्दस्सिर, आयतें-49-51】
आगे.........
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_निवेदन (गुज़ारिश) इस दर्स में कोई फेर-बदल न करे क्योकि अल्लाह आपके हर हरकत को देख रहा है !_