Shadi karna Kyu Jaruri hai?
Ham bagair Nikah ke Partnership me kyu nahi rah sakte?
हम शादी ही क्यों करते है, पार्टनरशिप में क्यू नही रहते?
तलाक लेने और देने में इतनी जल्दबाजी नहीं करे।
आप की बहन बेटी भी किसी की गर्लफ्रेंड बनने के लिए तैयार हो रही है।
किसी कौम को बगैर जंग के शिकस्त कैसे दे?
अगर किसी कौम को बगैर जंग के सिकस्त देनी है तो
उसके नौजवानों में फहाशी आम कर दो..
सुलतान सलाहुद्दीन अय्यूबी
नोबेल प्राइज विजेता मलाला ने एक इंटरव्यू में कहा के " मुझे समझ नही आता के साथ रहने के लिए निकाह की क्या जरूरत है, अगर आप साथ रहना चाहते है तो पार्टनर बनकर क्यू नही रह सकते है" इसी इंटरव्यू के बाद लोग ट्विटर पे ट्रॉल करने लग गए कुछ लोगो ने इस बात पे एतराज जताया तो ज्यादातर लोगो ने सपोर्ट किया खासकर हुकूक ए निस्वा के पैरोकार।
अब जिन लोगो को मालूम ही नहीं के वह इस तरह के ट्वीट क्यू कर रही है तो उन्हें क्या फर्क पड़ता है के वह किस बात पर उसे स्पोर्ट कर रहे है।
इंटरव्यू में मलाला ने बताया के उसे एप्पल टीवी प्लस पे पैरोग्रामिग के लिए मेजबान के तौर पे बुलाया गया है जहां वह अपना शो पेश करेंगी,।
जिन लोगो को अपना शो दिखाना है उनको मीडिया के सुर्खियों में तो रहना ही होगा ना, चाहे वह कैसे भी हाइलाइट हो, सस्ती लोकप्रियता के लिए सबसे आसान तरीका यह के इस्लाम को ढाल बनाकर इस्लाम के ही खिलाफ बोला जाए आखिर उसके फॉलोवर्स नही बढ़ेंगे तो कैसे कोई कंपनी अपने प्रोडक्ट का प्रचार करने के लिए देगी, कंपनिया उन्हीं लोगो को advertise के लिए देती है जिसके फॉलोवर्स बहुत ज्यादा हो और उनके चाहने वाले भी बहुत हो ताकि आसानी से लोगो तक अपनी पहुंच बनाई जाए। अब जितने भी लोग इंटरव्यू सुनने जायेंगे इससे उस वीडियो का व्यूज बढ़ेगा जिससे सीधा न्यूज एजेंसी को फायदा होगा और मलाला यूसुफजई एक सेलिब्रिटी बन जायेगी, फिर वह खुद अपना बिजनेस शुरू कर देगी, हर सोशल मीडिया अकाउंट्स से advertise देना शुरू कर देगी जिससे वह एक बिजनेस मॉडल बन जायेगी। इसीलिए ऐसे लोगो के पीछे अपना कीमती वक्त जाया न करे, आप अगर उसे सपोर्ट ही कर रहे तो वह कोई आपके घर आकर आपको साथ नही ले जायेगी और अगर आप एतराज जताने वालों में शामिल है तब भी वह आपको जेल में नही डाल देगी । सेलिब्रेटिस पैसे के लिए कुछ भी कर सकते है, अपना ईमान वा अकीदा सब कुछ गिरवी रख सकते है और ऐसा ही कुछ मलाला भी कर रही है। इन्हें अपने शो और टीआरपी से मतलब है ।
सेलिब्रेटीज को फॉलोवर्स से मतलब होता है ना के कमेंट्स के क्वालिटी से, advertise के लिए क्वांटिटी मायने रखती है ना के आपका कॉमेंट किया हुआ अल्फाबेट। इसलिए आप ऐसे लोगो को आज ही अनफॉलो करे और कमेंट में अपोजिशन बनने नही जाए, यहां कोई इलेक्शन नही हो रहा है के आप इसके बदले दूसरे को जीता देंगे। डिस लाइक करे, प्रोफाइल को अनफॉलो करे और वही पुरानी घिसी पिटी इंटरव्यू सुनने नही जाए बल्कि चैनल को unsubscribe करे।
यह लोग इस्लाम में पूरी तरह से ढलने के बजाए इस्लाम ही को अपने हिसाब से ढाल रही है लिहाजा ऐसे मुनाफिको को पहचाने और बॉयकॉट करे।
आपसे चांद सवाल
(1) आप जेना करना चाहते है या निकाह?
(2) मगरिबी तहजीब को अपनाना चाहते है या इस्लामिक शरीयत को?
(3) आप किसी मॉडल, सेलिब्रेटीज और यूरोप के हाथो में खेलने वालो को अपना रॉल मॉडल बनाना चाहते या दिन के तरफ बुलाने वाले, सलफ सालेहीन , अजदवाज ए मुताहेरात को अपना रहबर समझते है, रॉल मॉडल मानते है?
ملالہ نے کل ایک انٹرویو میں کہا کہ نکاح کرنا کیوں ضروری ہے آپ پارٹنر بن کر بھی تو رہ سکتے ہیں ....؟
مغرب کی چہیتی اولاد مالالہ نے ایک مرتبہ پھر اللہ تعالیٰ کے حکم کی نافرمانی کی ہے ملالہ کا کہنا ہے اگر آپ زندگی میں کسی کے ساتھ رہنا چاہتے ہیں تو نکاح کی کیا ضرورت ہے صرف پارٹنر بن کر کیوں نہیں رہ سکتے ۔
پہلی بات تو یہ کہ
اللہ تعالیٰ انسانی فطرتوں کا خالق ہے، وہ انسانی کمزوریوں سے بخوبی واقف ہے، اس لئے اس نے اس بات کی اجازت دی ہے کہ انسان اپنی زندگی کو پرسکون بنانے کے لئے کسی اچھے ساتھی کا انتخاب کرے جو اس کے نشیب و فراز ،خوشی و غم اور صحت و بیماری میں اس کا ساتھ دے اور ایسا ساتھی وہی ہوسکتاہے جس کے ساتھ جینے اور مرنے کا معاہدہ ہو اور یہی نکاح کی اصل روح ہے۔
اللہ تعالیٰ کا ارشاد ہے:
ومن آیاتہ ان خلق لکم من انفسکم ازواجا لتسکنوا الیھا ،وجعل بینکم مودة ورحمة ۔ (الروم : ۲۱)
اللہ تعالیٰ کی قدرت کی نشانیوں میں سے ایک نشانی یہ ہے کہ اس نے تمہارے لئے تم ہی میں سے جوڑے پیدا کئے تاکہ تم ان سے سکون حاصل کر سکو اور اس نے تمہارے درمیان محبت اور آپسی ہمدردی پیدا کی ۔
دوسری جگہ ارشاد ہے:
ھوالذی خلقکم من نفس واحدة ،وجعل منھا زوجھا لیسکن الیھا ۔(الاعراف : ۱۸۹)
وہی اللہ ہے جس نے تم کو ایک جان سے پیدا کیا اور اس کے لئے اسی سے اس کا جوڑا بنایا تاکہ وہ اس سے سکون حاصل کرسکے۔
وابتغواماکتب ا للہ لکم ۔(البقرة : ۱۸۷)
ہمبستری و صحبت کے ذریعہ اس چیز کو تلاش کرو جس کو اللہ نے تمہارے لئے مقدر فرمایا ہے۔
نکاح مرد و عورت کے درمیان شرعی اصولوں پر کیا گیا معاہدہ ہے جس کے نتیجہ میں ایک دوسرے کے ساتھ جنسی تعلق جائز اور پیدا ہونے والی اولاد کا نسب شرعًا ثابت ہوجاتا ہے اور اہم حقوق و فرائض عائد ہوجاتے ہیں ناکہ جانوروں کی طرح جب جس سے دل چاہے جسمانی تعلقات بنا کر اپنے اپنے راستے ہوں لیں اور جب اسی حرام تخم سے اولاد پیدا ہو تو اس اولاد کو اپنے باپ کا ہی پتہ نا ہو آپ دیکھ لیں مغرب میں یہی ہو رہا ہے عورت کو نہیں پتہ کہ وہ رات کو کس کے ساتھ سوئی تھی ، مرد کو یاد نہیں کہ وہ کتنی عورتوں کے ساتھ سو چکا ہے اور جب صبح شراب/نشے کا اثر ختم ہوتا ہے تو دونوں اپنے کام میں مصروف ہوجاتے پھر شام کو وہی عمل بار بار دہراتے ہیں۔
مغرب میں مرد کا عورت پر اور عورت کا مرد پر کوئی بس نہیں چلتا میں خود اس چیز کو دیکھ چکا ہوں کہ مرد کو عورت اور عورت کو مرد کے ناجائز تعلقات کا علم ہوتے ہوئے بھی دونوں ایک ہی گھر میں رہ رہے ہوتے ہیں اور اسے سمجھوتے کا نام دیتے ہیں بات یہاں نہیں رکتی بلکہ وہ دونوں ایک دوسرے کے ناجائز ساتھی کو گھر بھی لاتے ہیں۔
اب آپ مجھے بتائیں کہ ہم مسلمان جب حلال نکاح کرتے ہیں تو کیا ہمارے یہاں بھی یہی سب ہوتا ہے ؟
یا نکاح کی برکت سے ہم اس تباہی ذلت اور کفر سے بچ جاتے ؟