Yahud o Nasara ka ittehad Musalmano ke Khilaf.
आज यहूद व नसारा मुसलमानो के खिलाफ एक है लेकिन मुसलमान हुकमराँ फिरंगियों के जूते चाटने मे लगे है।
आज मुस्लिम हकमराँ फिलिस्तीन के मामले पर इतने बेबस कैसे हो गए?
ऐ ईमान वालो तुम यहूदियों और नासराणियो को यार व मददगार न बनाओ, ये दोनो खुद ही एकदूसरे के यार ओ मदद गार है। और तुम मे से जो शख्स उनकी दोस्ती का दम भरेगा तो फिर वह उन्ही मे से होगा। यकिनन अल्लाह जालिम लोगो को हिदायत नही देता।
जब मुसलमानो ने कुरान व हदीस को भुला दिया तो गैब् की मदद कैसे आयेगी?
गैब् से मदद कब आयेगी?
नजाएज़ इस्राएल कैसे वज़ूद मे आया और मुस्लिम हूकमरा क्या कर रहे थे?
फिलिस्तीन मे अरब कब से आबाद है? मस्ज़िद। ए अक्सा की तारीख।
आज इस्राएल के लिए यहूद ओ नसारा मुसलमानो के खिलाफ एक है?
अरबो के खज़ाने की चाबी फिरंगियों के पास है?
गैबी मदद न स्पेन के वक़्त आई, न सलतनत ए उस्मानिया को बचाने आई, न इस्राएल के क़याम के वक्त रोकने आई, न बाबरी मस्ज़िद के वक्त आई, न इराक व शाम के वक़्त आयी, न म्यांमार के रोहिंगिया मुसलमानो के लिए आई, न गुजरात मे मुसलमानों के क़त्ल ए आम के वक्त आई।
मुहल्ले के मौलाना, इमाम को मजलुम मुसलमानो के लिए दुआ करने को कहा जाए तो सबसे पहले वह तैयार नही होते हाथ उठाकर दुआ करने के लिए।
आज फिलिस्तीन मे क्या हो रहा है यह किसी को बताने की जरूरत नही लेकिन जुमे के दिन इमाम को कह दिया जाए गजा के लोगो के लिए दुआ करने को तो लगता है इन कठमुल्लो पर पहाड़ टूट पड़ा। इनको पता नही है के फिलिस्तीन मे क्या हो रहा है, क्या करना चाहिए वहां के लोगो के लिए, फिलिस्तीन मुसलमानो के लिए क्या अहमियत रखता है, मुसलमानो का क़ीबला ए अव्वल कहाँ है, मस्ज़िद ए अक्सा से मुसलमानो का क्या ताल्लुक है, मस्ज़िद ए अक्सा की अहमियत क्या है? वगैरह
क्या ये सब इन मुहल्ले के कठमुल्लो को मालूम नही है?
क्या फिलिस्तीन और इस्राएल (1948) का तारीख पता नही है?
सारी दुनिया मे आज फिलिस्तिनियो के लिए लोग सड़को पर उतरे है, लंदन मे ब्रिटिश PM के दफ्तर के सामने नमाज़े पढ़ी जा रही है, यूरोप मे लाखो की तादाद मे सब सड़को पर मुज़ाहिरा कर रहे है हुकूमत के खिलाफ लेकिन हिंदुस्तान के कठमुल्लो से दुआ करने की गुजारिश की जा रही है तो इनके पसीने निकलना शुरू हो जाता है।
सारी दुनिया के हुकमराँ दहशत गर्द इस्राएल के साथ है और अवाम फिलिस्तीन के साथ।
क्या यहाँ के आलिमो, उलेमाओ, मौलवियो को पता नही फिलिस्तीन के बारे मे?
इनको खुतबा मे मस्ज़िद ए अक्सा पर बोलने से किसने रोका है?
मगर ये तो अपने मुहल्ले के इमाम है न तो दुनिया मे और जगह क्या हो रहा है उससे इनको क्या मतलब।
ये कठमुल्ले तो अपने मुहल्ले के मसाएल मे ही उलझे हुए है, लोगो की इसलाह इनसे कैसे होगी?
फिर भी मुसलमानों को मस्ज़िदों और घरों मे बैठ कर गैब् की मदद का इंतज़ार है।
गैबी मदद जंग ए बदर मे आई, जब 1000 के मुकाबले 313 मैदान ए जंग मे उतरे।
गैब् की मदद जंग ए खंदक मे आई अल्लाह के आखिरी नबी मुहम्मद सल्लाहु अलैहे वसल्लम पेट पर दो पत्थर बांधे खुद खंदक् खोदी और जंग मे उतरे।
घरों मे, चाय के होटलो मे, tv के सामने बैठ कर गैब् की मदद का इंतज़ार?
तागुत् के निजाम पर राज़ी, घरों मे फहाशि और फिर भी गैबी मदद का इंतज़ार?
अल्लाह के निज़ाम को नाफ़िज करने की जद्दोजेहद करने के बजाए नात् ख्वानी, कुरान ख्वानी, महफ़िल ए मिलाद, शराब् व जूए के अड्डे पर बैठ कर, गाने बजाने वाले या तस्बीह के दाने को दस बीस लाख मर्तबा घुमाकर गैबी मदद का इंतज़ार?
आफाकी दिन को चंद इबादत मे महसुर करके गैबी मदद का इंतज़ार?
मुसलमानों को दिन का दाई बनाने के बजाए मज़ारों पर सज़्ज़ादा नशी, तिकटोक का डांसर, रीलस मुज़रा करने वाला, tv के आगे फिल्म का हीरो बना देने के बाद गैबी मदद का इंतज़ार?
सबकुछ अल्लाह के जिम्मे लगाकर खुद अय्याशियो मे मसरूफ होकर दिन से किनारा कशी इख़्तियार करने पर गैबी मदद का इंतज़ार?
अपने हक के लिए खड़े होने से डरने वाले फरिश्तो की मदद का इंतज़ार?
ऐसी सूरत मे गैबी मदद नही सिर्फ अज़ाब ही आते है, हम गद्दार, बेईमान, नाकाबिल्, नालाएक, मुनाफ़िक़, फिरंगियों के निज़ाम पर फिरंगियों के इशारे पर काम करने वाला हुकमराँ, कुफ्फार् की अज़ारा दारी, इफ्लास, ज़ल्ज़ले, सैलाब, नजाएज़ मुनाफा खोरी, झूठ, वज़न मे कमी, मिलावट की शक्ल मे भुगत रहे है।
पहले अपने हक और दीन ए इस्लाम के लिए खड़े तो हो फिर देखे अल्लाह मदद करता है या नही.
Aaj Musalman hukmran khud Munafiq bn gaya to Gaibi madad kaise aayegi.Musalman palestin ke sath lekin Muslim ruler Firoun ke Lashkar me Shamil hai.
ReplyDeleteYa Allah Palestine ko aazad kara, Israel ko tabah kar de, USA + NATO ko nestonabud kar de. ISRAEL KO IS HASTI SE MITA DE. YA Allah Mujahedeen ki madad kar. Ammeen
ReplyDeleteYa Allah destroye Israel
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