find all Islamic posts in English Roman urdu and Hindi related to Quran,Namz,Hadith,Ramadan,Haz,Zakat,Tauhid,Iman,Shirk,daily hadith,Islamic fatwa on various topics,Ramzan ke masail,namaz ka sahi tareeqa

In Facebook people post a status saying " We Love Prophet Muhammad (Peace and Blessing be upon him) challenge."  We have to post this quoted writing as a status. I am in a Dilemma, so i didn't post it, Is it Permissible to post on Facebook?

Can anybody post any Islamic status on Facebook with Word challenge?

Q. In Facebook people post a status saying " We Love Prophet Muhammad (Peace and Blessing be upon him) challenge."  We have to post this quoted writing as a status. I am in a Dilemma, so i didn't post it, Is it Permissible to post on Facebook?

Ans. No Problem in posting this is a form of Dawah but without the word challenge.

Sheikh Assim Al Hakeem

Share:

Sheikh can I pray my two rakat Sunnah (Sunnat) of Fajr home before going to the Masjid?

Can anybody Pray Two rakat SUNNAH (Sunnat) of Fajr at home?

Q. Sheikh can I pray my two rakat Sunnah of Fajr home before going to the Masjid?

Ans. This is Sunnah way of doing it.

Sheikh Assim Al Hakeem

Share:

Kya Aapki behan bhi Kisi aur ke aane ki Intezar karti hai jab aap kisi aur ki behan se milne jate hai?

Kya Valentine Day aap bhi manana chahate hai?

14 February aur Hamare gharon ki Behan Betiyaan.
#valentine_day , #14_February, #Cultural_Drone #Muslim_Society

14 फरवरी बे शर्मी और बे हयायी का आलमी दिन।
क्या आप भी वेलेंटाइन डे की तैयारी में लगे हुए है?  अगर हां तो इसे जरूर पढ़े।

ऐ चश्म ए अश्कबार जरा देख तो सही

यह घर जो जल रहा है कहीं तेरा घर न हो?

कहीं ऐसा न हो के तुम किसी की बहन बेटी को लाल फूल दो और कोई तुम्हारी बहन को लाल फूल तोहफे में दे। 

सच तो यह के तुम्हारा किसी की बहन को तोहफा देना दरअसल तुम्हारी बहन को किसी और का तोहफा देने जैसा है।

वेलेंटाइन डे और हमारी बहन , बेटियों की इज्जत.

क्या ऐसे लोगो से शादी करेंगे जो पहले किसी और के साथ लिव इन में रह चुका हो?

अपनी बेटियो को यह सब जरूर सिखाएं .

हवस को पूजने वाले पुजारी आज निकलेंगे

मुहब्बत का तमाशा है आज मदारी निकलेंगे

आजकल के नवजवान लड़के लड़कियों को बहुत ही बे सब्री से एक खास दिन का इंतजार रहता है।

एक महीने पहले से ही यह लोग सोशल मीडिया पर स्टेटस लगाने लगते है , दूसरे को उससे जुड़े पैगामात भी भजेने लगते है।

यह सब इस तरह होता है जैसे उस दिन हर किसी को केबीसी में लॉटरी लगने वाली है और उनका नाम सबसे पहले पुकारा जायेगा।

अगर वे स्टेटस फॉरवर्ड नहीं करेंगे तो शायद यह मौका दुबारा फिर कभी नहीं मिलेगा।

इस दिन को लोग इस तरह से दूसरो के सामने पेश करते है मानो अब फिर कभी दुबारा यह दिन / तारीख उसकी जिंदगी में आने वाला ही नहीं।

इस दिन वह सब कुछ होता है जिसकी इजाजत हमारे दिन और समाज किसी में नहीं है, बल्कि इस्लाम ने तो इस तरह के बेहयाई के आलमी दिन को हराम करार दिया है।

कुछ लोग सालो भर बहुत ही शरीफ और गैरतमंद नजर आते है मगर इस दिन उनकी सारी गैरत और शराफत धूल में मिल जाती है।

जब एक लड़का ने इस दिन अपनी महबूबा को तोहफे तहायेफ देकर और उससे हाजत पूरी करके आया तो उसने सबसे पहले एक आलिम ( आचार्य, स्कॉलर ) से जाकर सारी कहानियां सुनाई।
कैसे उसने उससे अपनी मुहब्बत का इजहार किया, फिर क्या हुआ ...... एक एक करके सारी बातें उसने आलिम को बताई ।

यह कहते हुए उसने खुशी का इजहार भी किया और खुद को बहुत ही बड़ा मजनू साबित करने की कोशिश किया।

जिसे सुनकर आलिम ने जवाब दिया : फिर तो तुम बहुत खुश हुए, वहां तुम दोनो ने लुत्फ भी उठाए होगे।

लड़का: हां बिलकुल । इसमें कोई शक की गुंजाइश ही क्या?

कैसी लड़के  लड़कियों से शादी करनी चाहिए आज के दौर में?

मुस्लिम लड़कियां  गैर मुस्लिम लडको के साथ शादी करने का फैसला क्यों कर रही है?

आज के भौतिकवादी दौर ने प्यार को भी क्रेडिट और डेबिट कार्ड में बदल कर रख दिया है।

जब ब्रिटिश प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर की बीवी ने इस्लाम धर्म अपनाया।

फिर आलिम ने पूछा के तुमने दूसरो की बेटियों को तोहफे दिए, उससे नाजायेज ताल्लुकात भी बनाए वगैरह वगैरह । यह बताओ के तुम्हारी बहन को किस के तरफ से और कितने तोहफे मिले?

जब लड़का यह सुना तो उसकी सांसे रुक गई, गुस्से में चिल्लाने लगा और उसने आलिम से कहा के " लगता है यह बूढ़ा पागल हो गया है " ।
फिर आगे कहा मेरी बहन ऐसी वैसी नहीं है जो दूसरे लड़के के साथ इस तरह घूमने जायेगी।

इसके जवाब में आलिम ने कहा के तुम्हारी बहन जब ऐसी वैसी नहीं है तो फिर दूसरे की बहन तुम्हारी नजर में कैसी है जिससे तुम अभी मिल कर आ रहे हो?

इतना सुनते ही वह लड़का कहने लगा मैंने दूसरी लड़की के साथ एंजॉय किया है लेकिन मेरी बहन उन लड़कियों के जैसी नहीं है।

आलिम ने कहा के तुम्हारी बहन जब इतनी आला अखलाक और आला किरदार वाली है तो तुम कैसे इतने बे गैरत और बेहया बन गए?
दोनो तो एक ही मां बाप की औलाद हो फिर इतना फर्क क्यों?

यह सुनते ही वह लड़का खामोश हो गया .... अब उसके पास कोई जवाब नही था उस आलिम को देने के लिए।

क्या आपलोग उस लड़के की मदद कर सकते है जवाब तलाश करने में?

यह किसी एक लड़के का वाक्या नहीं है बल्कि हजारों लोग इसमें शामिल है।

अगर आप भी किसी इज्जत दार घर की बहन , बेटियों के साथ ऐसा करेंगे तो आप के साथ भी ऐसा ही होगा।

कहीं ऐसा तो नहीं के आप किसी और की बहन से मिलने जा रहे हो और उधर आपकी बहन किसी और के आने की इंतजार कर रही हो?

यह दुनिया मूकाफात ए अमल है। आज आप जैसा करेंगे कल वैसा ही आप के साथ होगा।

जानिए क्यों इंग्लैंड की एक महिला पत्रकार ने ईसाई धर्म छोड़ इस्लाम धर्म अपना लिया?

आज बालिग वेबसाइटों पर क्यों मुस्लिम लड़कियों की तस्वीरें तलाश की जा रही है?

Share:

Who was the first martyr in Islam, Who was the first lady Martyr in Islam.

Q. Who was the first Martyr in Islam?

Ans. Hazrat Sumaiya , wife of yasir ibn Amir, was the first martyr in Islam, (May Allah be Pleased with them)

Sheikh Assim Al Hakeem

Share:

Can we watch Films by avoiding all haram Scenes, What Islam says about watching movies?

What Islam says about watching movies?

Q. Can we watch Films by avoiding all haram Scenes?

Ans. What is left to watch then?

Sheikh Assim Al Hakeem

Share:

What Islam says about Rabbit meat, is Rabbit meat halal in Islam?

Q. Is Rabbit meat halal?

Ans. Yes, it is Halal.

Sheikh Assim Al Hakeem.

Share:

Sheikh i want to know can i pray Salah in haf t shirt in which some Character Image is Printed?

Any Can Pray Salah in T Shirt and Jeans?

Q. Sheikh i want to know can i pray Salah in haf t shirt in which some Character Image is Printed?

Ans. If these Images are living creatures, you shouldn't be wearing in the first place, let alone praying in them.

Sheikh Assim Al Hakeem

Share:

Apni Betiyo ko Ghar ka kam karna bhi sikhaye.

Apni Betiyo ki Parwarish kaise karein ?

Aaj ki Ladkiyaan apna ghar khud barbad kar rahi hai kaise?

*भौतिकवादी युग में लोगो ने मुहब्बत को भी क्रेडिट और डेबिट कार्ड में तौल कर रख दिया है*

खुद को लिबरल का वाहवाही लूटने वाले पाखंडी बनकर शादी नही करे वरना यह नुकसान हो सकता है।

आज की मुस्लिम लड़कियां क्यों गैर मुस्लिमो के साथ भाग कर शादी कर रही है, क्या उनके घरवाले बे गैरत बन गए है?

जब ब्रिटिश प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर की बीवी और बेटी ने सरेआम नकाब पहनी थी और दूसरी यूरोपीय औरतों।से भी ऐसा करने को कही थी।

اپنی بیٹیوں کی پرورش کیسے کریں؟

بیٹیوں کو گھر داری ضرور  سکھائیں.

اپنی بیٹی کو آپ جیسی چاہیں جدید تعلیم دلوائیں مگر ان کو گھر کے کام ضرور سکھائیے انہیں سر چڑھا کر ناکارہ مت بننے دیں.

محبت کریں

بیٹیوں کے احساسات کا خیال کریں

ان کو اچھائی برائی میں فرق سیکھا کر ضرورت کے مطابق آزادی بھی دیں مگر ساتھ ہی ساتھ انہیں یاد دلاتی رہیں کے ان کے ہاتھوں میں آپ کی عزت ہے.

ماسیوں کی عادت نہ ڈالیں.

اسے چھوٹی عمر سے گھریلو سرگرمیوں میں شامل کریں تاکہ انہیں بڑے ہو کر اور سسرال جا کر کام کرنا ظلم نہ لگے.
اپنی بیٹی کو کام کی نہ کاج کی دشمن اناج کی نہ بنائیے.

جس طرح ایک مرد جو کمانے سے جی چرائے اور اپنی بیوی بچوں کی ذمہ داری نہ اٹھائے، وہ عوامی زبان میں ہڈ حرام کہلاتا ہے۔ کاہل کہلاتا ہے۔

بالکل اسی طرح وہ عورت جو گھر کے کاموں سے جی چرائے جسے گھر سنبھالنا نہ آئے وہ بھی اس نکمے مرد کی طرح ہڈ حرام کہلانے کی مستحق ہوتی ہے ۔

بیٹیوں کی شادی سے پہلے ان کے منہ میں لگی چوسنی چھڑوا دیں.

سسرال والے آپ کی بیٹی کو بہو بنانے آئینگے، اسے گود لینے نہیں

کم از کم اتنا کام لڑکی کو ضرور سیکھا کر بھیجیں کہ وہاں کا کام دیکھ کر یہ حیرانی نہ ہو کہ اچھا گھر میں یہ سب بھی ہوتا ہے ؟

اپنی بیٹیوں کو ایک مکمل ذمہ دار عورت بنائیے.

انہیں بتائیے کہ حضرت فاطمہ الزہرہ رضی اللہ تعالی عنہا جو کہ جنت کی تمام عورتوں کی سردار ہیں، وہ بھی اپنے گھریلو کام خود کیا کرتی تھیں، اس لیے گھر کے کام کرنے میں تمھاری کوئی تذلیل نہیں ہوگی.

اشد ضرورت اور دکھ بیماری کے وقت ملازموں کی مدد ضرور لی جا سکتی ہے مگر خود کو ان کا عادی بنا لینا کاہلی اور سستی کے سوا اور کچھ نہیں.

آپ کی بیٹی کی گود میں آپ کی اور اس کے نصیب میں لکھے ہوئے مرد کی پوری نسل پروان چڑھے گی. ایک آرام پسند اور سست عورت پوری نسل کو نکمہ بنانے کی طاقت رکھتی ہے.

ہمارے ارد گرد ایسے کئی سلجھے ہوئے اور پڑھے لکھے خاندان موجود ہیں کہ جن کے گھر کے ماحول اور نسل کو ایک نکمی عورت نے آ کر تباہ کیا.

خدارا اپنی بیٹیوں کو ناکارہ مت بنائیں۔

------------------------------

یہ تحریر صرف اصلاح کے لیے ہے، اسے کوئی ذاتی طور پر نہ لیں۔
اگر آپ مزید تحاریر پڑھنا چاہتے ہیں تو یہاں کلک کریں۔  سوال و جواب

بلاگ پر جانے کے لیے یہاں کلک کریں۔

Aashiyana-E-Haqeeqat

Share:

Jab Shauhar ne Apni Biwi ke Nakab Utarwane ke Faisle Se inkar kar diya.

Jab ek Shauhar ne Apni Biwi ka Nakab Utarwane ke Court ke hukm ko Manane se inkar kar diya.

EK Gairat mand Shauhar ka Waqya

#Muslim #Nakab #Nikah #Parda #Hijab #Mominat

ایک غیرت مند شوہر نے جب اپنی پردہ نشیں بیوی کے نقاب اتروانے پر عدالت میں خود کو مجرم ثابت کر لیا۔

غیرت مند شوہر ____!!

ایک قاضی صاحب مسندِ قضا پر بیٹھ کر لوگوں کے مسائل حل فرما رہے تھے ۔

تو میں بھی ان کے پاس بیٹھ گیا ۔
اتنے میں ان کے پاس ایک ایسا ایمان افروز مقدمہ پیش ہوا جس نے وہاں موجود تمام لوگوں کے ایمان کو تازہ کر دیا ۔

ہوا کچھ یوں کہ ایک نقاب پوش خاتون حاضر ہوئی جس کے سرپرست کا دعویٰ تھا کہ اس عورت کا نکاح کے وقت پانچ سو دینار مہر مقرر ہوا تھا مگر اس کا شوہر مہر کی رقم ادا نہیں کر رہا اور جب شوہر کو بلا کر پوچھا گیا تو اس نے کہا کہ مہر کا یہ دعویٰ بے بنیاد ہے ۔

قاضی صاحب نے مدعی سے کہا کہ اپنا دعویٰ ثابت کرنے کے لئے گواہ پیش کرو جو اس بات کی گواہی دیں کہ واقعی اس مرد نے نکاح کے وقت پانچ سو دینار مہر مقرر کیا تھا ۔

پس جب گواہ عدالت میں حاضر ہوئے اور عورت کو کہا گیا کہ وہ بھی کھڑی ہو جائے اور اپنا نقاب اتار دے تا کہ گواہ اسے پہچان کر اس کے حق میں گواہی دے سکیں کیونکہ جب گواہ مُدَّعِی (دعوی کرنے والا) یا مُدَّعٰی عَلَیْہ (جس پر کسی حق کا دعویٰ کیا جائے ) کی موجودگی میں گواہی دے تو اس پر لازم ہے کہ ان کی طرف اشارہ کر کے واضح طور پر گواہی دے ، وہ عورت حیا والی تھی اس لیے بے نقاب ہونے میں پس و پیش سے کام لینے لگی ۔

اس کے شوہر نے جب دور سے یہ سب کچھ دیکھا تو پوچھا کہ یہ لوگ کیا کر رہے ہیں ؟

اسے بتایا گیا کہ یہ گواہ ہیں جو دیکھنا چاہتے ہیں کہ اس نقاب کے پیچھے واقعی تمہاری زوجہ ہی ہے تا کہ پہچان کر اس کے حق میں گواہی دے سکیں۔

یہ سن کر غیرتمند شوہر پکار اُٹھا : ’’ انہیں روک دو، میں قاضی صاحب کے سامنے اقرار کرتا ہوں کہ جو دعویٰ میری زوجہ نے مجھ پر کیا ہے وہ مجھ پر لازم ہے ، میں پانچ سو دینار ادا کرنے کو تیار ہوں ، خدارا! میری زوجہ کا چہرہ کسی نامحرم پر ظاہر نہ کیا جائے ۔ ‘‘

چنانچہ، گواہوں کو روک دیا گیا اور عورت کو واپس بھیج دیا گیا اور جب اسے یہ بتایا گیا کہ اس کے شوہر نے مہر کی ادائیگی کا اقرار کر لیا ہے تو وہ بڑی حیران ہوئی، پھر جب اسے یہ حقیقت معلوم ہوئی کہ اس کا شوہر اس قدر غیرتمند ہے کہ اس نے محض اپنی بیوی کی حیا کی لاج رکھتے ہوئے اور اسکے بے پردہ ہو جانے کے خوف سے مہر کی ادائیگی کا اقرار کیا ہے تو شوہر کی غیرت تاثیر کا تیر بن کر اس کے دل میں کچھ ایسی پیوست ہوئی کہ اس کے دل کی دنیا ہی بدل گئی اور وہ یوں گویا ہوئی : سب گواہ ہو جاؤ! میں نے اپنا مہر معاف کر دیا اب میں دنیا میں اس کا مطالبہ کروں گی نہ آخرت میں ، یہ مہر میرے غیرتمند شوہر کو مُبَارَک ہو ۔

[عیون الحکایات، الحکایۃ السادسۃ بعد الثلاثمائۃ
ص/ 275
]

Share:

Modern Culture Ke nam par Shadi karke apni Zindagi azab nahi banaye.

Kis tarah ki ladkiyon se Shadi karna chahiye?

Kaisi ladkiyo se Shadi kare?
Parde wali ladkiyo se Shadi kare taki aapki Zindagi ko wah khushgawar bana degi.


  اپنی زندگی عذاب مت بناؤ 
آپکی بیوی آپکی جنت

پردے والی لڑکیوں سے نکاح کرو، شرم و حیا والی لڑکیوں سے نکاح کرو غریب لڑکیوں سے نکاح کرو۔

یہ خواتین تمہاری گھر کو جنت بنا دیں گی، ایسی عورت ایک مرد کے لیے دنیا کا سب سے خوبصورت تحفہ ہے۔
ایسی عورتیں دنیا کی سب سے حسین و جمیل ہے
کیونکہ ان کے دلوں میں ایمان کی دولت ہے اور شرم و حیاء موجود ہے۔

ایسی لڑکیوں کی نا خواہشات زیادہ ہوتی ہیں اور نا ہی یہ جاگتی آنکھوں سے خواب دیکھتی ہیں،

انکی مکمل زندگی انکے والدین سے شروع ہوتی یے اور اپنے سسرال یعنی اپنے گھر میں ختم ہوتی ہے۔

کسی پینٹ شرٹ والی کی طرف نا چلے جانا کہ وہ بہت خوبصورت ہے، کسی بے پردہ عورت سے نکاح نا کر لینا کہ اسکی طرف دل کھنچا چلا جاتا یے،

کسی بدتمیز لڑکی کی طرف نا چلے جانا کہ زندگی خوبصورت گذرے گی، کسی بداخلاق لڑکی کی طرف مت چلے جانا کہ تم زندگی کو خوشگوار سمجھنے لگو۔
یہ پینٹ شرٹ اور ماڈرن لڑکیاں کسی کو انسان ہی نہیں سمجھتی ہے، یہ خود کو دنیا کی سب سے جدید خدا سمجھتی ہے۔
ان کے اندر ایمان کی دولت نہیں ، ان کے لیے اخلاق و کردار سب کچھ قدامت پسند اور پرانی باتیں ہے۔

ان لڑکیوں کے اندر خدا کا خوف نہیں ہوتا یہ تمہاری نافرمان قرار پایئں گی، یہ لڑکیاں اپنے والدین کی عزت نہیں کرتی تمہارے والدین اور تمہاری عزت کو پیروں میں رکھے گی۔
ایسی لڑکیاں خود کو سب سے پہلے رکھتی ہے، یہ کبھی اپنے ماں باپ کی عزت نہیں کرتی ہے اور نہ کبھی دوسروں کے جذبات اور احساسات کا خیال رکھتی ہے۔ اس لیے یہ تمہاری باتوں کا خیال کیسے رکھے گی ؟

انکے نزدیک شرم و حیاء صرف کتابی باتیں ہیں،
انکے نزدیک ادب و اخلاق پرانی باتیں ہیں،

ان کے نزدیک عورت کی آزادی سب سے زیادہ اہم ہے، یہ پردے کو جہالت سمجھتی ہیں،
پردہ والی خواتین کو غریب اور حقارت بھری نظروں سے دیکھتی ہیں یہ اسلامی احکامات کا مذاق اڑاتی ہیں.
ان کے سامنے  شریعت کی کوئی اہمیت نہیں ہے، یہ خود کو سب سے زیادہ ماڈرن اور  لبرل کہلانے کے لیے کسی بھی حد تک جا سکتی ہے۔

یہ بواۓ فرنڈ گرل فرنڈ کلچر کو درست مانتی ہیں، انکا کتابوں سے علمی گفتگو سے بزرگوں کی محفلوں سے دل گھبراتا ہے، کالج کینٹین، ریسٹورنٹ اور پارکس وغیرہ انکی پسندیدہ جگہیں ہیں،

ان سے نکاح کرکے زندگی خراب نا کرلینا،
ازدواجی سکون برباد نا کر لینا،

غریب لڑکیوں کی طرف آؤ،  ایمان والی لڑکیوں کی طرف آؤ، یہ شاید زیادہ شہرت اور دولت والی نہیں ہونگی لیکن ازدواجی زندگی میں اپنے خاوند کو وہ مقام و مرتبہ ضرور دیگی جتنا کے اُسکا حق ہے۔

یہ شاید عمدہ فرنیچر نہیں لاسکتی، لیکن یہ حیا اور شرم لیکر آۓ گی،

یہ ادب و آداب لیکر آۓ گی، یہ خوب سیرت و اخلاق لیکر آۓ گی، یہ تمہیں گھر میں بادشاہ بنا کر رکھے گی، یہ تمہیں دل و جان سے محبت کرے گی۔ اور خود ملکہ بن کر رہے گی۔

تمہارے حقوق ادا کرے گی، یہ تمہاری ایک تکلیف پر آنسو بہا دے گی، تمہیں بے قرار دیکھ کر وہ بے قرار ہوجائے گی۔ یہ تمہارے تھوڑے دیۓ پر راضی ہو جاۓ گی، تمہاری لائی ہوئی چیزوں میں نقص نا نکالے گی اور اپنے خاوند کی مجبوری کو سمجھ سکے گی۔

تمہاری عزت کو اپنی عزت سمجھے گی، تمہارے والدین کو اپنے والدین سمجھے گی، تمہاری اولاد کی اعلی پرورش کرے گی انہیں حسن اخلاق سکھاۓ گی۔

یہی عورتیں اللہ کی طرف سے نعمت ہیں، مگر افسوس کہ ایسی لڑکیوں کو آج لوگ سب سے زیادہ حقیر سمجھتے ہیں، یہ غریبی کی وجہ سے گھروں میں کنواری بیٹھی ہیں، یہ غریب مزدور کی بیٹیاں دنیا کی سب سے خوب سیرت اور اعلیٰ اخلاق اور اعلیٰ کردار والی ہے۔

ان سے نکاح کرو گھر کو جنت بناؤ۔۔۔۔۔۔!!!!

جہیز کی لالچ میں اپنی زندگی برباد مت کر لینا۔
ماڈرن کلچر کے نام پر کبھی رسوا مت ہونا
اور نہ ہی دکھاوے اور جھوٹے وہواہو کی وجہ سے لبرلو کی غلامی کرنا۔

*‏عورت جیسے جیسے ترقی کر رہی ہے. ویسے ویسے فحاشی اور بے حیائی پھیل رہی ہے. گھر کا مرد ظالم بنتا جا رہا ہے اور باہر کا مرد ہمدرد بنتا جا رہا ہے..!!

Share:

Adult Sites Par Muslim Ladkiyon ke Videos ka Demand kyu Badh gayi hai?

Kis tarah Porn Sites Par Muslim Ladkiyon ki Videos ki Demand achanak Badh gayi hai?

teenager me kadam rakhne wale Baccho ke walidain Yah Tahrir jarur Padhein.
Adult Sites par Muslim Ladkiyon ki Videos ki maang kyu Badh gayi hai?

بلوغت میں قدم رکھنے والے بچوں کے والدین یہ تحریر ضرور پڑھیں۔

بالغ ویب سائٹس پر مسلم لڑکیوں کی فحش اور ننگی تصویریں، ویڈیوز کی مانگ کیوں یکایک بڑھ گئی ہے؟


نوٹ: یہ پوسٹ صرف بالغوں کے لیے ہے۔  نوجوان بچوں کے والدین لازمی پڑھیں۔
۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔
میرا ایک دوست جو کے پیشے سے موبائل انجینئر ہے۔   بتا رہے تھے کہ میرے ایک دوست کی  نئے اور پرانے موبائل کی خرید و فروخت کی دکان ہے۔

ایک دن اس دوست کے پاس اس کی دکان میں بیٹھا تھا کہ ایک ماڈرن سی خوش شکل لڑکی اپنی ماں کے ساتھ موبائل لینے آئی۔

ایک مناسب قیمت  بتا کر پوچھا کہ اس میں اچھا موبائل کونسا ہے جس کا کیمرہ ، میموری اور سپیڈ اچھی ہو؟

میرے دوست نے پوچھا کہ پہلے آپ کونسا موبائل استعمال کر رہی تھیں اور تبدیل کرنے کی وجہ؟

مزید یہ کہ آپ کا استعمال کیا ہے تاکہ اس لحاظ سے آپ کو بہتر موبائل بتا سکوں؟

اس نے  پرانا موبائل دکھاتے ہوئے کہا  کہ سیمسنگ کا یہ موبائل ہے یہ بہت ہینک کرتا ہے جس سے میری ضروریات پوری نہیں ہوتی اس لیے کوئی نیا لینا ہے۔
مزید کہا کہ آنلائن ایگزام ہو رہے یونیورسٹی کہ تو اچھی سپیڈ والا چاہیے۔

میرے دوست نے سیمسنگ اور چائنیز کمپنی کے دو تین موبائل دکھائے جس میں اسے سیمسنگ کا ہی ایک موبائل پسند آگیا۔

پیسے دینے لگی تو دوست نے پوچھا کہ پرانا بیچنا ہے؟

اس نے کہا کہ نہیں ابھی تو نہیں بیچنا۔

میرے دوست نے کہا کہ اگر بیچنا ہے  تو میں اس کا اٹھارہ ہزار دیتا ہوں۔

اٹھارہ ہزار کا  سن کر وہ لڑکی اور اس کی ماں اور میں بھی حیران ہو گیا کیونکہ وہ موبائل دس ہزار کا بھی نہیں تھا۔

سب کو حیران ہوتے دیکھ کر دوست کہنے لگا کہ میں نے آٹھ کہنا تھا لیکن غلطی سے اٹھارہ کہہ دیا ہے۔

لیکن میں اپنی زبان پر قائم ہوں۔ ابھی بیچنا ہے تو اٹھارہ مائنس کر کے باقی پیسے دے دیں۔

لڑکی کی ماں فوراً سے راضی ہو کر کہنے لگی کہ دے دو کیونکہ اتنے پیسے تو کوئی نہیں دیگا۔

وہ لڑکی کہنے لگی، نہیں اس میں میرا سارا ڈیٹا ہے۔

ابھی پہلے نئے فون میں ٹرانسفر کرونگی پھر بیچوں گی۔

میرے دوست نے کہا کہ ابھی دو منٹ لگے گا۔
دونوں سیمسنگ کے ہیں، ابھی بیک اپ کر کے اس نئے میں کر دیتا ہوں۔

اس کے بعد آپ اس پرانے کو ری سیٹ فیکٹری سیٹنگ کر دینگی اس پرانے سے سب کچھ اڑ جائے گا۔

ابھی اٹھارہ دے رہا ہوں۔ بعد میں آٹھ ہی دونگا۔

تھوڑے سے پس و پیش کے بعد ماں کی طرف سے  اصرار کی وجہ سے لڑکی مان گئی۔

دوست نے اسی وقت بیک اپ کر کے نئے موبائل میں کر دیا ۔

ان کے جانے کے بعد میں نے دوست سے پوچھا کہ یہ کیا کیا تو نے؟
اتنا مہنگا لے لیا۔ اتنا گھاٹے کا سودا کیوں کیا تو نے؟

وہ شیطانی ہنسی ہنستے ہوئے کہنے لگا، تو ابھی بچہ ہے۔
تجھے کچھ بھی نہیں پتہ۔  اس میں اتنے پیسے ملتے ہیں کہ سوچ بھی نہیں سکتا۔
تو چائے پی ابھی ایک جھلک دکھاتا ہوں۔

تب تک دوست اس موبائل کو ڈیٹا ریکوری پر لگا چکا تھا۔

کہنے لگا کہ ہم تو دیکھتے ہی پہچان لیتے ہیں۔

پھر اچھے کیمرے  اور اچھی سپیڈ والے موبائل کی ڈیمانڈ، پرانا موبائل بیچنے پر اس کا اتنا ہچکچانا۔
ان ساری چیزوں کی وجہ سے میں نے ایک جوا کھیلا ہے۔ لگ گیا تو لاکھوں آئیں گے، نہ لگا تو پانچ دس ہزار کا نقصان بس۔

مجھے کچھ سمجھ نہیں آیا  تو چائے پینے لگا۔

اس سے گپ شپ کے دوران وہ مسلسل اس کے ڈیٹا ریکوری میں لگا رہا۔

جب میں نے جانے کے لیے اجازت چاہی تو اس نے کہا ... کہاں جا رہے ہو بس دیکھتے جاؤ کہ میں نے اتنے پیسے کس لیے بھرے ہیں۔

پھر اس نے اس لڑکی کی ایسی ایسی  ویڈیوز اور تصاویر  دکھائیں کہ میں حیران ہو گیا۔
اسے کہا کہ یار اس کی عزت نہ اچھالو۔ وہ کہتا جس نے اپنی عزت کا خود خیال نہ کیا ہو اس کی عزت کا پاس میں کیوں کروں؟

۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔

ایک اور  دوست سے بات ہوئی جو استعمال شدہ موبائل فون کی خرید و فروخت کا کام کرتا ہے۔

میں نے پوچھا کہ اس کام میں اتنی بچت کیسے ہے جبکہ ایک دن میں  دو چار موبائل سے زیادہ کی تو خرید و فروخت نہیں ہو پاتی ہے؟

تھوڑی بہت رد وکد کے بعد اس نے بتایا کہ جب بھی کوئی موبائل ہمارے پاس بکنے یا ٹھیک ہونے  کے لیے آتا ہے تو سب سے پہلے یہ دیکھا جاتا ہے کہ وہ موبائل کس کے زیر استعمال رہا ہے۔

اس پر خاص نظر یہ رکھی جاتی ہے کہ اگر موبائل کالج یا یونیورسٹی کے کسی شاطر اور ہینڈسم لڑکے یا خوبصورت لڑکی کے زیر استعمال رہا ہو تو کسی بھی صورت میں اسے خرید لیا جاتا ہے (اس کے الفاظ کو مہذب الفاظ میں لکھا ہے ) یا ٹھیک ہونے کے لیے آیا ہو تو کل کا وقت دیا جاتا ہے۔

پھر ایسے موبائل کو سب سے پہلے ڈیٹا ریکوری پر لگایا جاتا ہے۔

اب کوئی بھی موبائل ایسا نہیں ہوتا جس میں قابل اعتراض تصاویر نہ ہوں۔

دوسری تصاویر کے تقابل سے یہ دیکھا جاتا ہے کہ یہ تصاویر اور ویڈیوز اس کی اپنی ہیں یا انٹرنیٹ سے لی گئی ہیں۔

اپنی ہوں تو ویڈیوز اور تصاویر کی تعداد، کوالٹی  وغیرہ کے لحاظ سے بیچا جاتا ہے۔ جہاں سے یہ مختلف بالغ ویب سائٹس کو فروخت ہوتی ہیں۔

مزید اس نے بتایا کہ جب بھی آپ موبائل ٹھیک کروانے جائیں تو چاہے چھوٹا سا بھی مسئلہ ہو یہی کہا جاتا کہ کل  ٹھیک ہو گا۔

وجہ یہ ہوتی کہ جب کوئی موبائل بیچنے آتا تو اکثر سب کو اڑا کر  سیٹنگ کر کے لاتا ہے جس کی وجہ سے ڈیٹا  ریکوری تھوڑی مشکل ہوتی ہے مگر جو ٹھیک کروانے لائے تو اس کا تو فوراً سے سب کچھ سامنے آ جاتا ہے۔ پھر یہ بھی معلوم ہوتا ہے کہ موبائل کس کے زیر استعمال ہے۔

وہاں سے یہ اکثر ہاتھ لگتا ہے۔

اس دوست کے بقول شاید ہی کوئی موبائل والا ہو جو یہ نہ کرتا ہو ورنہ ہر دکاندار  مہنگے مہنگے ڈیٹا ریکوری سافٹ وئیر خرید کر رکھتا ہے۔

۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔

اس سب کا حل کیا ہے؟

پہلی بات تو یہ کہ جب بھی کوئی موبائل لیں تو اچھی طرح سوچ سمجھ کر لیں اور پھر اسے لمبے عرصے تک استعمال کریں اور کبھی نہ بیچیں۔

بیچنا ناگزیر ہو تو پھر کم سے کم چار پانچ مرتبہ اس کو مختلف غیر ضروری فائلز سے بھریں اور ری سیٹ کر کے سب کچھ اڑائیں۔

پانچ دفعہ ایسے کرنے سے بہت کم ایسا چانس ہوگا کہ کچھ ملے اور اگر کچھ ریکور ہو بھی گیا تو دوسری فائلز اتنی زیادہ ہونگی کہ ان میں سے اصل کو ڈھونڈنا ناممکن نہیں تو بہت مشکل ضرور ہو گا۔

کبھی موبائل ٹھیک کروانا پڑے تو پاس کھڑے ہو کر کروائیں اور جو کہے کہ کل لے جانا اسے ہرگز نہ دیں۔

کہے کہ کوئی پرزہ منگوانا پڑے گا تو  اسے کچھ ایڈوانس رقم دے کر کہیں کہ منگوا لیں میں کل آ جاؤں گا۔ 

لیکن اس سے بھی زیادہ اچھا یہ ہے کہ ایسا کچھ بنائیں ہی نہ اور موبائل کو پاک صاف رکھیں
(اگرچہ یہ آج کل کے دور میں بہت ہی مشکل ہے کہ کوئی اس پر عمل پیرا ہو)۔

اور آخری اور سب سے اہم گزارش نوجوانوں کے والدین سے ہے۔
آپ کی اولاد چودہ پندرہ سال کی عمر میں ہی جوان ہوجاتی ہے۔
اور جوان ہوتے ہی جنسی ضرورت کو پورا کرنا چاہتا ہے چاہے وہ لڑکا ہو یا لڑکی۔
اگر آپ یہ سمجھتے ہیں کہ میرا بیٹا یا میری بیٹی تو بہت شریف ہے تو یہ غلط استدلال ہے۔ کیونکہ جب ایک ضرورت ہے تو اسے جائز طریقے سے پورا کرنے کا انتظام نہیں کریں گے تو وہ غلط طریقے سے ہی پورا ہو گا۔
  گرل فرینڈ بوائے فرینڈ کا تعلق بہت عام ہے اب اور اس تعلق میں موبائل کے ذریعے ویڈیوز اور تصاویر کا تبادلہ بھی کوئی بعید از قیاس بات نہیں ہے۔

اپنے بچوں کی بالغ ہوتے ہی شادی کر دیں اور وہاں جہاں وہ چاہیں۔

ذات برادری کے بکھیڑوں سے اب نکل آئیں۔ ورنہ آپ کی یہ فضول ضد آپ کی اولاد کی دنیا اور آخرت دونوں تباہ کر دیتی ہے۔
اگر کسی بھی وجہ سے رخصتی ممکن نہیں ہے تو پھر بھی نکاح لازمی کر دیں اور وہ بھی خود ان کی پسند سے۔
شئیر لازمی کریں تاکہ بہت سارے لوگوں کا بھلا ہو جائے۔
--------------------------------

‏عورت جیسے جیسے ترقی کر رہی ہے. ویسے ویسے فحاشی اور بے حیائی پھیل رہی ہے. گھر کا مرد ظالم بنتا جا رہا ہے اور باہر کا مرد ہمدرد بنتا جا رہا ہے......!!

یہ سب کچھ ہو رہا یے. اور زیادہ ہو رہا ہے.

اللہ تعالیٰ ہم سب کو کامل ایمان پر موت عطاء فرمائے آمین۔

Share:

Jab British PM Tony Blair Ki Biwi ne Islam Qubool kar ke Hijab Pehana.

Aaj Fahashi ko rokna dahshatgard se bhi jyada bada Challange hai?

British PM Tony Blair ki biwi ne Islam qubool karke Hijab pehana.

जब ब्रिटिश प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर की बीवी और बेटी ने पूरे मजलिस में हिजाब पहना था और दूसरी औरतों से भी ऐसा करने को कहा था।

جب برطانوی وزیر اعظم کی بیوی نے اسلام قبول کر کے پورے مجلس میں حجاب کیا۔

بے حیائی تو دہشتگرد سے بھی زیادہ خطرناک ہے؟
مُسلمِ لڑکیاں جس طرح سے مغربی لباس کو اپنا رہی ہے، اس سے لگتا ہے کے یہ اس قوم کے لیے سب سے بڑا زہر ہے جو مسلم نوجوانوں کو اپنے طرف مائیل کر رہی ہے۔ دہشتگرد سے بھی زیادہ خطرناک۔

   "حـجــــاب"

سابق برطانوی وزیرِ اعظم ٹونی بلیئر کی بیگم کی سگی بہن لارن بوتھ کی ویڈیوز قارئین نے دیکھی ہوں گی۔

ایک تقریب میں ان کی دونوں معصوم بیٹیاں ان کے ساتھ کھڑی ہیں اور وہ حاضرین کو بتارہی ہیں کہ "جب کافی مطالعے کے بعد میں اسلام کی طرف راغب ہوئی تو میں نے اپنی بیٹیوں کو بتایا کہ اب میں مسلمان ہونے جارہی ہوں، اس پر انھوں نے مجھ سے کچھ سوال پوچھے.

ایک سوال تھا،


"Mom! will you open your chest to the public ?"

(ماما کیا آپ مسلمان ہونے کے بعد بھی سینہ نمایاں کرکے لوگوں میں پھریں گی؟)

میں نے کہا

"Oh no I will cover my whole body"

اس پر انھوں نے بڑے زور سے پُر مسرت نعرہ لگایا.
"۔ پھر وہ سامعین سے مخاطب ہوئیں "میرا حجاب میرے مسلمان ہونے کا سمبل ہے، یہ میرے لیے شرف اور افتخار کا باعث ہے۔
مجھے حجاب سے اس لیے محبت ہے کہ میرے اﷲ سبحانۂ تعالیٰ کی خوشی اور خوشنودی اِسمیں ہے"۔

دو سال پہلے وہ پاکستان تشریف لائیں تو ان سے ملاقات بھی ہوئی، ایک محفل میں وہ پاکستانی خواتین کو بار بار کہتی رہیں کہ
" پاکستانی لڑکیوں کو بتائیں کہ عریاں اور ٹرانسپیرنٹ لباس پہننا یا ٹائٹس پہن کر خود کو نمایاں کرنا ماڈرن ازم نہیں، بے حیائی ہے۔

انھیں بتائیں کہ شیطان کا پہلا حملہ عورت کے لباس پر ہوتا ہے۔ مسلم  خواتین کو اپنی تہذیب اور اپنے کلچر پر فخر کرنا چاہیے، مغرب، اسلامی معاشروں سے حیاء کا سرمایہ چھین کر مسلمان لڑکیوں کو بے حیا بنانا چاہتا ہے، وہ مسلمانوں کی حمیت ختم کرنے کے لیے حیاء کے قلعے کو مسمار کر دینا چاہتا ہے"۔

جاپانی نو مسلمہ خولہ لکاتا حجاب کے بارے میں اپنے تاثرات بیان کرتے ہوئے کہتی ہیں،
" میرا حجاب میرے لیے اپنے آپ کو اﷲ کے سپرد کرنے کی یاد دہانی ہے۔ حجاب پہن کر مجھے احساس ہوتا ہے کہ میں اﷲ کے زیادہ قریب ہوگئی ہوں۔ جس طرح پولیس اور فوج کا سپاہی وردی میں اپنے پیشے کے تقاضوں کا خیال رکھتا ہے اسی طرح حجاب بھی مجھ سے کچھ تقاضے کرتا ہے۔ اسلام عورتوں سے مطالبہ کرتا ہے کہ وہ غیر مردوں سے اپنا جسم پوشیدہ رکھیں۔ اس کی حکمت سے کیسے انکار کیا جا سکتا ہے۔ نیم عریاں یا ہیجان انگیز لباس کا مطلب ہوتا ہے اگر آپ کو میری ضرورت ہے تو میں تیار ہوں، جب کہ حجاب واضح طور پر بتاتا ہے "میں آپ کے لیے ممنوع ہوں۔"

میرے لیے بڑی بہن کی طرح محترم لاہور کالج فارویمن کی سابق وائس چانسلر ڈاکٹر بشریٰ متین صاحبہ (اﷲ تعالیٰ ان کے درجات بلند فرمائیں) سے اس موضوع پر بات ہوتی رہتی تھی۔

ایک مرتبہ کہنے لگیں، "مجھ سے کچھ طالبات حیاء کے بارے میں جب کہتی ہیں، "میڈم! حیاء تو دل میں یا آنکھوں میں ہوتی ہے، اس کا لباس سے کیا تعلق ہے" تو میں انھیں بتاتی ہوں "بیٹا! کچھ لوگ بیہودہ لباس کے دفاع میں ایسی باتیں کرتے ہیں۔

حیاء کا لباس سے گہرا تعلق ہے۔
جو لڑکی اپنے جسم کے فیچرز اور اُبھار ڈھانپتی ہے وہ باحیاء ہے اور اگر کوئی لڑکی اپنے فیچرز اور خدوخال سرِ عام دکھانے میں شرم محسوس نہیں کرتی تو وہ بے حیائی ہے"۔

انھوں نے بتایا کہ "میری ایک بیٹی ڈاکٹر ہے۔
ایک دن اس نے مجھے خود کہا کہ امّی میں پورے بازوؤں والی قمیض پہن کر اسپتال جایا کروں گی کیونکہ میں یہ پسند نہیں کرتی کہ وارڈ میں مریض میرے ننگے بازو دیکھتے رہیں "۔

ڈاکٹر صاحبہ نے مزید کہا،  " نئی نسل کو بے حیائی سے بچانا ہمارا بہت بڑا چیلنج ہے۔ دہشت گردی سے بھی بڑا! اس کے لیے ماؤں اور ٹیچرز کو بھرپور کردار ادا کرنا ہوگا، انھیں چاہیے کہ بے حیائی کے خلاف ڈٹ جائیں اور پوری جرأت سے اس کے خلاف نفرت کا اظہار کریں۔ انھوں نے اپنے فرائض سے کوتاہی برتی تو وہ مجرم ٹھہریں گی۔`

نوٹ : اس پیغام کو دوسروں تک پہنچائیے تاکہ اللہ کسی کی زندگی کو آپ کے ذریعے بدل دے ۔

---------------------

‏ڈگری تو ایسی ہونی چائیے جو آپکو باوقار اور باحیاء با حجاب بنا دے
ناکہ ایسی جو آپکا حجاب تو ایک طرف آپکے سر سے دوپٹہ بھی اتروا دے.

اسلام کی شہزادیوں سے گذارش ہے کہ اس تحریر کو دوسروں تک زیادہ سے زیادہ بھیجیں اور صدقۃ جاریہ میں حصہ لیں۔

آخری لباس

دنیا کے لیے خوبصورت ، مہنگے ، اور برانڈڈ لباس بنواتے ہوئے اپنے اس آخری لباس کو فراموش نہ کر دیجیگا۔
معلوم نہیں دنیا کے جو لباس ہم تیار کروارہے ہیں وہ پہننا نصیب ہو یا نہیں۔ لیکن یہ وہ لباس ہے جو یقینا پہننا ہے۔

اللہ تعالیٰ سے بہترین اختتام کی دعا کیجیے!

Share:

Translate

youtube

Recent Posts

Labels

Please share these articles for Sadqa E Jaria
Jazak Allah Shukran

Most Readable

POPULAR POSTS