Islam Hamari Jaan aur Hijab hamari Shaan hai.
इस्लाम हमारी जान, और हिजाब (पर्दा) हमारी शान है!
अल्हम्दु लिल्लाह, खुदा तआला के बेहद शुक्रगुजार हैं कि उसने इस्लामी शरीअत जैसी बेहतरीन और खूबसूरत शरीअत से नवाजा और हमारे अधिकारों को बेहद सुरक्षित रखा।
हम न हिजाब के क़ानून में कोई बदलाव देखना चाहते हैं और न ही शरई तलाक़ की व्यवस्था में।
हिजाब और पर्दा न सिर्फ यह कि हमारा चुनाव है, बल्कि यह हमारी पहचान और शान है।
हमारी इज़्ज़तों और आबरूओं की सुरक्षा है।
हम हिजाब में खुद को सुरक्षित एवं स्वतंत्र महसूस करती हैं।
दूसरा पहलू यह है कि यह पर्दा हमारे सिर ढांकता है, न कि दिमाग़ को।
अल्हम्दु लिल्लाह, हम पर्दे में रह कर भी उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।
हम इस्लामी शरीअत की पाबन्द हैं।
शरीअत के क़ानून में मानव संसोधन स्वीकार और बर्दाश्त नहीं।
यह वो शरीअत है, उस एक और अकेले अल्लाह ने एक पवित्र किताब के माध्यम से एक सब से सच्चे और ईमानदार रसूल पर उतारी। और यह तीनों (अल्लाह, रसूलल्लाह स.अ.व. और क़ुरान) ही हमारे जीवन का दायरा और आधार हैं। भारत एक स्वतंत्र देश है। इसीलिए हमको हमारे धार्मिक मान्यताओं की पैरवी करने की पूरी पूरी आजादी होनी चाहिए।
डॉ मुनीज़ा मुमन शकील
सोशल मीडिया डेस्क ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
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