Muslim Ulema Alert rahe: Social Media Blackmailing apne Urooj pe hai.
मुस्लिम उलेमा अलर्ट रहे: सोशल मीडिया ब्लैक मेलिंग जोरो पड़ है।
जो भी उलेमा, हाफिज ए कुरान फेसबुक या दूसरे सोशल मीडिया पर एक्टिव है उन के लिए एक खास पैगाम।
जिस तरह यहूद वा नसारा हमेशा इस्लामी सिपाहियो को अपनी लड़कियां देकर फंसाने की नाकाम कोशिश करते है, उसी तरह आज भी मुखालिफ हमारे उलेमा को लड़कियों के जरिए गैर मुहज्जब चैट या बरहना वीडियो कॉल करके फंसाने की कोशिश कर रहे है।
कई दिनों से इस तरह की खबरें आ रही थी और अब कई उलेमा ए किराम ने यह बात बताई के उनके पास इस तरह के कॉल्स आई है और उनसे चैट करने की कोशिश की गई।
कई इस्लामिक पेज के एडिटर, एडमिनिस्ट्रेटर के पास भी पिछले कई रोज से फेसबुक मैसेंजर पर एक खातून चैट करने की कोशिश कर रही थी और साथ ही बार बार वीडियो कॉल भी आ रही थी जिनको कई मर्तबा नजरंदाज ( इग्नोर ) करने के बाद कल एक कॉल को रिसीव किया तो मामला वही था जो लोगो से सुनते आए थे।
मैंने उसी वक्त फोन डिस्कनेक्ट कर दी क्योंकि इन मामलात की संगीन का इल्म मुझे था और दोस्तो से उसी तरह की कॉल्स और चैट्स की जानकारी भी मिल रही थी। एक साहब ने यहां तक बताया था के कुछ लोगो को इसी चैट और कॉल्स के बिना पर ब्लैक मेल भी किया जा रहा है।
इन कॉल करने वाली लड़कियों में कुछ आईडी मुस्लिम नामो से है तो कुछ गैर मुस्लिम नामो से।
एक बात याद रखें के इस तरह की कॉल्स अटेंड करना या चैट में शिरकत करना आप के लिए परेशानी का बाइस बन सकता है साथ ही आप की कौम वा मिल्लत के लिए भी।
जरूरी बात
मुझे जिस id से कॉल आई थी जब मैंने उसका स्क्रीनशॉट लेना चाहा तो वह id इतनी सिक्योर थी के उसका स्क्रीनशॉट भी नही लिया जा सका।
यह बात इस ओर इशारा करती है के यह दौर टेक्नोलॉजी का है , जो दिखाया जायेगा वही आप देख सकेंगे। आपको आपके फोन पर स्क्रीनशॉट लेने से रोका जा सकता है तो समझ लें के आपकी चैट या आप की वीडियो कॉल / वाइस sms को भी एडिट करना कोई मुश्किल नहीं।
हो सकता है के कॉल उधर से आई और शो करे के कॉल आपने की है। आपके चेहरे के एक्सप्रेशन से छेड़ छाड़ कर दी जाए या आपके बॉडी को बदलकर उसके जगह पर कोई दूसरा शख्स खड़ा करना तो बच्चो का खेल है।
जब तक आप साबित करेंगे के वह आप नही है तब तक बेड़ा गर्क हो चुका होगा।
आज का दौर सोशल मीडिया और इंटरनेट का दौर है।
आज के दौर में झूट को सच बनाने की मशीन मौजूद है।
मीडिया से लेकर सोशल मीडिया, आवाम से लेकर अदालत तक आपको कुसुरवार और गुनहगार साबित कर देंगे भले ही आपको इस साजिश के बारे में कुछ भी मालूम न हो।
कोई और मसला हो तो उसे हैंडल करना आसान होता है मगर किसी औरत के ताल्लुक से इल्जाम लगाया जाए के आपने उसे ब्लैकमेल किया, फोन किया वगैरह तो फिर बहुत मुश्किल हो जाता है खुद को सही साबित करने के लिए, अदालत का फैसला पांच साल बाद आता है जब तक मीडिया और उसके सरपरस्त फैसला कर देते है।
इन सारे मामले में एक मासूम को बली का बकरा बना दिया जायेगा इसलिए तमाम मुस्लिम भाईयो से गुजारिश है के वह बड़े ही एहतियात से कम लें खास कर जब आप ऑनलाइन हो तो।
इस हरकत की बहुत सारी वजहें हो सकती है।
एक यह भी हो सकता है के जिस तरह दूसरे मजाहिब के रहनुमा इस मामलात में रंगे हाथो पकड़े गए और उसकी वजह से उनकी पूरी कौम को रुसवा होना पड़ा है , इसी तरह हमारे उलेमा को भी इस मामले में ब्लैकमेल, किसी तरह फंसा करके सबूत के तौर पर वीडियो, स्क्रीनशॉट लेकर के बदनाम करना चाहते है या यह भी मुमकिन है के इस तरह के मामलात को Love Jihad के साथ जोड़कर न सिर्फ आपकी जिंदगी तबाह वा बर्बाद कर दी जाए बल्कि आपके पूरे कुनबे को इसकी भेंट चढ़ा दिया जाए।
या पहले आपको ब्लैकमेल करके आपके माल़ वा दौलत को लूटा जायेगा, बलात्कार, रेप, यौन शौषण, महिला उत्पीड़न का झूठा इल्जाम लगाकर metoo कैंपेन चलाया जाएगा फिर मीडिया के हवाले करके राष्ट्रीय स्तर पर फायदा उठाने की नापाक कोशिश की जाएगी उसके बाद महिला सम्मान के खातिर बली का बकरा बना दिया जायेगा।
याद रहें आपकी एक अंजाने में हुई गलती या नादानी आपको , आपके खानदान _ रिश्तेदार और आपकी पूरी कौम को रुसवा कर सकती है। लिहाजा होशियार रहे और इस तरह की कोई पेशकश कभी कुबूल न करें।
तवज्जो फरमाए।
खास बात यह है के इस मामले में टारगेट अक्सर आलिम ए दीन , दाढ़ी टोपी वाले, उर्दू अरबी नाम वाले ही है।
यह तो वह दौर है जिस में खुद कौम ए मुस्लिम की बेटियां दाढ़ी टोपी वालो को पसंद नही करती, ऐसे वक्त में किसी का दाढ़ी टोपी वालो पर टूट पड़ना और बगैर किसी बातचीत के सीधे बरहना वीडियो पैगाम से बातचीत की शुरुवात करना कोई आम बात नही यह किसी बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा है।
शायद यह Love Jihad, Corona Jihad के बाद अब नया अभियान Rape Jihad के नाम से शुरू होने वाला हो।
लव जिहाद के लिए कानून बना ही दिया गया, कोरोनावायरस की पहली लहर में तबलीगी जमात वालो को कोरोना जिहाद के लिए बदनाम किया ही गया अब यह उसी कंडीशन का नया वर्जन है रेप जिहाद।
जिसके जरिए मौलवी मौलाना, हाफिज ए कुरान, मदरसे में पढ़ने वाले तलबा और दीन की दावत देने वाले बा शय्यूर लोगो का शिकार करना है। यह वाला आइडिया बहुत कारगर साबित हो सकता है, क्युकी इस मामले में बगैर सही गलत की तहकीक किए हुए बहुत ही आसानी से लोग किसी भी मर्द को कसूरवार और गुनहगार ठहरा ही देते है और अगर कोई दाढ़ी टोपी वाला हो तो सोने पे सुहागा। आमतौर पर ऐसे मामलात में सीधे सीधे उसे गुनाहगार साबित कर ही दिया जाता है, मीडिया से लेकर सोशल मीडिया और आवाम से लेकर अदालत तक हर जगह ऐसे मामलो में आंख बंद करके दोषी साबित कर दिया जाता है और जब वीडियो , स्क्रीनशॉट मौजूद हो तो फिर काम और आसान हो जाता है।
इसीलिए कुफ्फार की ऐसी तमाम साजिशो का शिकार होने से खुद भी बचें और अपने दोस्त वा अहबाब को भी बचाएं।
ऐसे में आप सब से गुजारिश है के अगर कोई किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर या फोन कॉल पर इस तरह की चैट करे या वीडियो कॉल करे तो आप लोग बिलकुल भी उस चैट या कॉल ( ऑडियो या वीडियो कॉल ) में शामिल न हो और इस तरह के नंबर्स या प्रोफाइल्स को फौरन ब्लॉक करे।
ताकि आप और आपकी कौम दोनो बदनामी की आग से बच सकें।
इस तहरीर को पढ़ें और अमल करें, खुद भी महफूज रहें और अपने दीन को भी कुफ्फार का निशाना बनने से महफूज रखे।